Book Title: Ratna Upratna Nag Nagina Sampurna Gyan
Author(s): Kapil Mohan
Publisher: Randhir Prakashan Haridwar

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Page 7
________________ बैंगनी रंग (संचालक-शनि) हरा रंग (संचालक-बुध) आसमानी रंग (संचालक-गुरु) पीला रंग (संचालक-मंगल) नारंगी रंग (संचालक-चन्द्र) नीला रंग (संचालक-शुक्र) ४. अनिष्ट ग्रहों की शान्ति के लिए रत्न एवं उपरत्न सूर्य-रल माणिक्य (Ruby) चन्द्र-रत्न मोती (Peari) मंगल-रत्न मूंगा (Coral) बुध-रत्न पन्ना (Emerald) गुरु-रत्न पुखराज (Topaz) शुक्र-रत्न हीरा (Diamond) शुक्र के उपरत्न शनि-रत्न नीलम (Sapphire) राहु-रत्न गोमेद (Zircon) केतु-रल लहसुनिया (Cat's Eye Stone) ५. रत्नों को धारण करने का वैदिक सिद्धांत सूर्य रत्न 'माणिक्य' की धारण विधि चन्द्र रत्न 'मोती' की धारण विधि मंगल रत्न 'प्रवाल' मूंगा की धारण विधि बुध रत्न पन्ना' की धारण विधि गुरू रत्न 'पुखराज' की धारण विधि शुक्र रत्न 'हीरा' की धारण विधि शनि रत्न 'नीलम' की धारण विधि राहु रत्न 'गोमेद' की धारण विधि केतु रत्न 'वैदूर्य' (लहसुनिया) की धारण विधि ६. लग्न के अनुसार रत्न धारण का विचार मेष लग्न वृष लग्न Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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