Book Title: Rajendrasuri Janma Sardh Shatabdi Granth
Author(s): Premsinh Rathod
Publisher: Rajendrasuri Jain Navyuvak Parishad Mohankheda
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नवम अधिवेशन पर प्रदत्त संदेश
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यह जानकर पदम प्रसन्नता हुई कि गुरुदेव श्री भद एक विजय राजेन्द्र सूरी 29 जी महाराज के क्रियो द्वार स्थल नवनिर्मित श्री राजेन्द्र सूरि जैन दादावाड़ी के प्राङ्गण - (जवस) में उन ४८ श्री राजेन्द्र जैन नवयुक्त परिसिद् का नवम अधी देशन दि. ४-५ मई को होने সটা
परिषद् का यह अधिवेशन गुरुदेव के पवित्र एवं प्रदान सिद्धाकों के अनुरूप समाज को उन सुसंगठित बनाने में प्रेरक हो तथा सभी एकता के सूच मे आबद्ध होकर ऐसा रचनात्मक करें- जो समाज के प्रत्येक वर्ग के लिये जाए लाসদখী सिद्ध होसके। इसी हार्दिक संभावना के साथ इस अधिवेशन की सफलता के लिये शुभाशीर्वाद श्री विजय विद्या चैन्द्रि
– श्रीविजय विद्या चन्द्रसूरि)
बिहारका मन्दसौर
२३-४-७४
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राजेन्द्र ज्योति
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