Book Title: Rajendrasuri Janma Sardh Shatabdi Granth
Author(s): Premsinh Rathod
Publisher: Rajendrasuri Jain Navyuvak Parishad Mohankheda
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१. ३००१ ) श्री थराद नवयुवक मण्डल एवं त्रिस्तुतिक सौधर्म वृहत्तयागच्छीय श्रीसंघ अहमदाबाद (गुजरात) ३००१) श्री त्रिस्तुतिक संघ जौधपुर (राजस्थान )
२.
२५०१) श्री हीरानी भंवरलालजी हस्तीमलजी रेवतड़ा ( राजस्थान )
३.
४. २००१) श्री जैन शिक्षण प्रसार समिति मन्दसौर (म. प्र. )
५.
२००१) एक गुरु-सद्गृहस्थ नेनावा (गुजरात)
२०००) श्री जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ, धराद (गुजरात)
२००१) श्री शांतिनाथ राजेन्द्र जैन पेढ़ी ज्ञान खाता, तणुकु (आंध्र प्रदेश)
१५०१ ) श्री ज्ञान भंडार त्रिस्तुतिक संघ नीमवाला उपाश्रय, रतलाम (म. प्र. )
९.
१५००) श्री पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर पेढ़ी, कोशेलाव ( राजस्थान )
१०.
१५००) श्री खुशालचन्दजी हीराचन्दजी, जौधपुर (राजस्थान )
११.
११११) श्री धनराज एण्ड कम्पनी, इन्दौर (म. प्र. )
१२.
११११) श्री शाह ओटमलजी वेलाजी, बेंगलोर (मैसूर)
१३. ११००) श्री हीराचन्दजी कानाजी, सियाणा (राज.)
१४.
११०१) श्री सुकनराज नेमीचन्दजीरिया (मद्रास)
१५. ११०१) श्री कायालाल मकुबाई जैन ट्रस्ट, रतलाम (म.प्र.)
१६.
१७.
१८.
वी. नि. सं. २५०३
६.
ग्रन्थ- प्रकाशन में इनके उदार एवं तत्पर सहयोग के लिए हम कृतज्ञ हैं
७.
८.
११०१) श्री अशोक कुमारजी काश्यप, जैन ट्रस्ट, रतलाम (म. प्र. )
११०१) श्री मुनिराज हेमविजयणी की स्मृति में सेठ सुखराजणी, भंवरलालजी हेमराजजी शांतिलालजी लूनिया, आहोर (राज.)
११०१) श्री लालचन्दजी रतनलालजी सुराणा, रतलाम (म. प्र. )
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