Book Title: Rajendrasuri Janma Sardh Shatabdi Granth
Author(s): Premsinh Rathod
Publisher: Rajendrasuri Jain Navyuvak Parishad Mohankheda
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समाजसुधार, आर्थिक विकास.6)
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पधारिये! पधारिये!!
पधारिये !!! अनन्तलम्बिनिधानाय श्री गौतमस्वामिने नमः
प्रातः स्मरणीय प्रभु श्री राजेन्द्रसूरीश्वर सद्गुरुवरेभ्यो नमः समाज संगठन, धार्मिक शिक्षा प्रचार, समाज सुधार, आर्थिक विकास
इन चतुर्मुखो मंगलमय उद्देश्यों को लेकर प. गरुदेव श्रीमद्विजय यतीन्द्रसरीश्वरजी महाराज द्वारा प्रस्थापित समाज गठन सिक शिक्षाप्रारी l अखिल भारतीय श्री राजेन्द्र जेन नवयुवक परिषद् का -
अधिवेशन :--
दिनांक १६, १७ माप, प्रथम चैत्र युति ३, ४ सोम, मंगलवार को श्री मोहनखेड़ा तीर्थ की पुण्य भूमि पर जैनाचार्य श्रीमहि जय विद्याचन्द्रसूरीश्वरजी महाराज के तत्वावधान एवं श्री सौभाग्यमलजी सेटिया बी०ए० एल-पल.बी. की अध्यक्षता में सम्पन्न होने जारहा है। इस शुभ भवसर पर चतुर्विध संघ का संगम होगा। शाखा परिषद के सदस्य समाज के अग्रगण्य महानुभाव और कार्यकर्ता इसमें भाग लेहे हैं,
आप भी आइये भोर अधिवेशन को सफल नाहये । भधिवेशन में अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर विचार किया जायगा।
निवेदन:श्री मोहनबड़ा तीर्थ
संयोजक-अधिवेशन व्यवस्थापक समिति राजगढ (धार) म०प्र०
अ. भा. श्री राजेन्द्र जैन नवयुवक परिषद् . TEKWERKGEWINNUNAROCITEKWEPRENEREERUNTERHEROKEERATURAL
(पंचम अधिवेशन १९६४ ई. के अवसर पर प्रकाशित पोस्टर का प्रतिमुद्रण)
वि.नि. सं. २५०३
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