Book Title: Rajasthani Jain Sahitya
Author(s): Manmohanswarup Mathur
Publisher: Rajasthani Granthagar

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Page 80
________________ स्थूलिभद्र-कथा और तत्सम्बन्धी राजस्थानी रचनाएं 69 1644 8. स्थूलिभद्र फाग जगमल - 16वीं शती - 9. स्थूलिभद्र अट्ठावीसऊ पद्मसागर - 1530 10. स्थूलिभद्र एकवीसो लावण्यसमय - 1533 11. स्थूलिभद्र बासठीओ जयवल्लभ - 12. स्थूलिभद्र गुण सहजसुंदर 1572 रत्नाकर छन्द 13. स्थूलिभद्र मदन बुद्ध गोवर्धन - 1604 14. स्थूलिभद्र कोशा जयवन्तसूरि - 16वीं शती प्रेम विलास फाग 15. स्थूलिभद्र मोहन वेली जयवन्तसूरि 16. स्थूलिभद्र छत्तीसी वा. कुशललाभ - 17. स्थूलिभद्र (फाग) मालदेव - धमालि चौपई 18. स्थूलिभद्र स्वाध्याय आणंदसोम - 1622 19. स्थूलिभद्र रास समयसुंदर - 1622 8. (क) सं. मोहनलाल दलीचन्द देसाई, जैन गुर्जर कविओ, भाग-1, पृ. 38-39 (ख) कवियों के काल के अनुसार रचनाओं का लगभग रचनाकाल निकालकर क्रमको बनाये रखने का प्रयत्न किया गया है । इसीलिये अनेक स्थलों पर शती का प्रयोग किया गया है। 9. राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर - ह. ग्रं.2700-27136 10. जैन गुर्जर कविओ, भाग-1, पृ. 225 11. वही, पृ.517-518 12. राजस्थान प्राच्यविद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर - प्र. 27245 13. जैन गुर्जर कविओ, भाग-3, पृ.653 14. वही, पृ.671-672 15. वही, पृ.671 16. श्री अभय जैन ग्रंथालय, बीकानेर 17. प्राचीन फागु संग्रह 18. जैन गुर्जर कविओ, भाग-1, पृ. 225 19. जैन गुर्जर कविओ, भाग-3, पृ. 844

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