Book Title: Rajasthani Jain Sahitya
Author(s): Manmohanswarup Mathur
Publisher: Rajasthani Granthagar

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Page 126
________________ परिशिष्ट-ग्रंथसूची 18. अगड़दत्तरास (कुशललाभ )- भण्डारकर प्राच्यविद्या मंदिर, पूना ह.लि. ग्रंथ 605 आचार्य तुलसी-कालू यशोविलास, जैन विश्वभारती, लाडनूं 19. 20. वही - माणक महिमा, आदर्श साहित्य संघ प्रकाशन, चुरु 21. झीणी चरचा, जैन विश्वभारती, लाडनूं 22. मुनि मोहनलाल, आमेट- तथ' र कथ 23. पिंगल शिरोमणि-परम्परा, राजस्थानी शोध संस्थान, चौपासनी, जोधपुर, भाग 13 24. साहित्यसार- राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर 25. जयाचार्य-अमरगाथा - जैन विश्वभारती, लाडनूं (ख) संदर्भ ग्रंथ— 26. लक्ष्मीनारायण गर्ग- संगीत विशारद, संगीत कार्यालय, हाथरस 27. देवेन्द्र कुमार जैन - अपभ्रंश भाषा और साहित्य 28. 29. प्रो.म.र. मजमूदार-गुजराती साहित्य ना स्वरूपो, आचार्य बुक डिपो, बड़ोदरा साहित्यदर्पण-विश्वनाथ- चौखम्बा संस्कृत सीरीज, वाराणसी डा. शिवस्वरूप “अचल " - राजस्थानी गद्य साहित्यः उद्भव और विकास डा. रामगोपाल गोयल - राजस्थानी के प्रेमाख्यानः परम्परा और प्रगति श्री चंद जैन-जैन कथाओं का सांस्कृतिक अध्ययन, पंचशील, जयपुर हस्तीमल मेवाड़ी - जैन आगम के अनमोल रत्न 33. 34. सोम प्रभाचार्य - कुमारपाल प्रतिबोध 35. दशरथ शर्मा एवं दशरथ ओझा - रास एवं रासान्वयी काव्य, जयपुर 36. गौरीशंकर हीराचंद ओझा - जोधपुर राज्य का इतिहास 37. पश्चिम भारत की यात्रा - राजस्थान प्राच्य विद्या प्रतिष्ठान, जोधपुर 38. जगदीशसिंह गहलोत- मारवाड़ राज्य का इतिहास 40. डॉ. बी. पी. जोहारपुरकर - भट्टारक संप्रदाय, ज्ञानपीठ, दिल्ली 41. सं. विनयसागर-खरतगच्छ का इतिहास, प्रथम खण्ड डा. राजेन्द्रप्रकाश भटनागर - जैन आयुर्वेद का इतिहास, उदयपुर 30. 31. 32. 115 2 42.

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