Book Title: Paumchariu me Prayukta Krudant Sankalan
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 5
________________ 7. 8. 9. (ख) सकर्मक क्रियाओं से बने हुए अनियमित भूतकालिक कृदन्त एवं उनके वाक्य - प्रयोग विधि कृदन्त अकर्मक व सकर्मक क्रियाओं से बने हुए विधि कृदन्त एवं उनके वाक्य प्रयोग विभिन्न कृदन्तों के प्रेरणार्थक प्रयोग परिशिष्ट (क) कृदन्तों में प्रयुक्त अकर्मक क्रियाएँ. (ख) कृदन्तों में प्रयुक्त सकर्मक क्रियाएँ सहायक पुस्तकें एवं कोश Jain Education International For Personal & Private Use Only 888 85 89 89 96 100 100 104 www.jainelibrary.org

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