Book Title: Paumchariu me Prayukta Krudant Sankalan
Author(s): Kamalchand Sogani, Seema Dhingara
Publisher: Apbhramsa Sahitya Academy

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Page 4
________________ अनुक्रमणिका क्र.सं. विषय पृष्ठ संख्या प्रकाशकीय 3. कृदन्त - परिचय संबंधक कृदन्त (क) अकर्मक क्रियाओं से बने हुए संबंधक कृदन्त एवं उनके वाक्य-प्रयोग (ख) सकर्मक क्रियाओं से बने हुए संबंधक कृदन्त एवं उनके वाक्य-प्रयोग हेत्वर्थक कृदन्त सकर्मक क्रियाओं से बने हुए संबंधक कृदन्त एवं उनके वाक्य-प्रयोग वर्तमान कृदन्त (क) अकर्मक क्रियाओं से बने हुए वर्तमान कृदन्त (ख) सकर्मक क्रियाओं से बने हुए वर्तमान कृदन्त (ग) वर्तमानं कृदन्त के सभी विभक्तियों के वाक्य-प्रयोग भूतकालिक कृदन्त (क) अकर्मक क्रियाओं से बने हुए नियमित भूतकालिक . कृदन्त एवं उनके वाक्य-प्रयोग (ख) सकर्मक क्रियाओं से बने हुए नियमित भूतकालिक कृदन्त एवं उनके वाक्य-प्रयोग अनियमित भूतकालिक कृदन्त (क) अकर्मक क्रियाओं से बने हुए अनियमित भूतकालिक कृदन्त एवं उनके वाक्य-प्रयोग 5. Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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