Book Title: Kalpniryukti
Author(s): Bhadrabahusuri, Manikyashekharsuri, Vairagyarativijay
Publisher: Shrutbhuvan Sansodhan Kendra

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Page 11
________________ ८. ९. १०. ११. १२. प्रकार है । १. २. ३. ४. ५. ६. १. २. ३. 10 आगली सेरी, फोफलिया वाडा, भण्डार, पाटन । पोथी नं. २३ (प्रत नं. ३) । चुनीलाल मुलजी भण्डार, झवेरी वाडा, पाटन । पोथी नं. ६ ( प्रत नं. ६) । वाडी पार्श्वनाथ पुस्तक भण्डार, झवेरी वाडा, पाटन । पोथी नं. १० ( प्रत नं. १ ), पोथी १९ (प्रत नं. १२), पोथी नं. २३ (प्रत नं. १०) । जैनानन्द भण्डार, गोपीपुरा, सुरत, नं. १७४२ । पार्श्वनाथ मन्दिर, जेसलमेर, नं. ४५२ । इनके अलावा जिन सूचीपत्रों में इस दशाश्रुतस्कन्ध चूर्णि का उल्लेख है वह निम्न ४. बृहत् टिप्पणक, नं. ३६ । डॉ. बुल्हेर का तीसरा संकलन, जो “ The Collection of 1872-1873” के नाम से विख्यात है, नं. १०५ । जेसलमेर भण्डार का पाण्डुलिपियों का सूचीपत्र, गायकवाड ओरियण्टल सिरिज्, बडोदा, १९२३ में प्रकाशित । pp. 2; 43; (compare DI. P.24) जैन ग्रन्थावली अथवा जैन कार्यों की सूची । वह जैन श्वेताम्बर कॉन्फरन्स प्राप्त है और उन्ही के द्वारा Bombay Pydhoni, 1909 से प्रकाशित है । पेज १४ ७. १. दशाश्रुतस्कन्ध टीका : इसे ‘जनहिता' कहते हैं, और इसका संकलन ब्रह्ममुनि या ब्रह्मसूरि ने किया है, जो तपागच्छ के पार्श्वचन्द्र के शिष्य हैं । (ग्रं. ५१५०, आदि - यथास्थितशेष) । विजयधर्म लक्ष्मी ज्ञानमन्दिर, बेलनगंज, आगरा । नं. २०४, मुनि श्री कांतिविजयजी ग्रंथालय, नरसिंहजी पोल, वडोदरा, नं. ३०२ | डेलाउपाश्रय भण्डार, अहमदाबाद । पोथी नं. १४ (प्रत नं. २९, ३०), पोथी नं. ७३ (प्रत नं. १०) । डेला उपाश्रय भण्डार, अहमदाबाद । पोथी नं. ७ (प्रत नं. ७, ८) । डॉ. किल्होर्न कि संग्रहित तीसरी सूची वह “ The Collection of 1881-1882” इस नाम से भी ज्ञात है । नं. १५८, डॉ. पिटरसन का तीसरा रिपोर्ट, पेज १४२, १८१ । डॉ. पिटरसन का चौथा रिपोर्ट, नं. १२६३, १२६४, परिशिष्ट पत्र नं. १०० ।

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