Book Title: Jain Vidya Ke Vividh Aayam
Author(s): Fulchandra Jain
Publisher: Gommateshwar Bahubali Swami Mahamastakabhishek Mahotsav Samiti
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________________ हस्तलिखित अपभ्रंश बाहुबली-चरित (धनपाल) में बाहुबली का राज्य काश्मीर तक फैला हुआ बताया गया है। इस ग्रन्थ में भरत अपने दूत को कहता है कि तुम बाहुबली के समीप तुरन्त काश्मीर जाकर उसे मेरा सन्देश दो। अयोध्या से दूत थोड़े दिनों में काश्मीर जाकर बाहुबली को सन्देश देता हैं बाहुबली से युद्ध करने भी भरत काश्मीर ही जाते हैं। इस ग्रन्थ के अनुसार ऐसा प्रतीत होता है कि बाहुबली का राज्य तक्षशिला से काश्मीर तक फैला हुआ था। वितस्ता नदी भी दोनों नगरों के समीप थी। एक जैन राजा द्वारा श्रीनगर को समृद्ध करने के पीछे भी यही भावना थी। --0019 -