Book Title: Jain Vidya Ke Vividh Aayam
Author(s): Fulchandra Jain
Publisher: Gommateshwar Bahubali Swami Mahamastakabhishek Mahotsav Samiti
View full book text
________________ प्रस्तावित कार्यक्रम प्रथम दिवस : 28 दिसम्बर, 2005 बुधवार विषय : वन्दे तीर्थंकरम् और श्रमण संस्कृति प्रातः 8 बजे से सम्मेलन हेतु विद्वानों का पंजीयन एवं पारस्परिक परिचय प्रातः 11 बजे से 1 बजे दोपहर - विद्वत् सम्मेलन उद्घाटन सत्र दोपहर 2.30 से 5 बजे - शोध आलेख प्रस्तुतिकरण सत्र रात्रि 7.30 से 10 बजे - शोध आलेख प्रस्तुतिकरण सत्र द्वितीय दिवस : 29 दिसम्बर, 200 5 वीरवार विषय : श्रुतकेवली भद्रबाहु और प्रमुख जैनाचार्यों का अवदान प्रातः 8 बजे से 11 बजे - चतुर्विंशति जिनाभिषेक और सर्वतोभद्र पूजन दोपहर 1.30 से 5 बजे - शोध आलेख प्रस्तुतिकरण सत्र रात्रि 7.30 से 10 बजे - शोध आलेख प्रस्तुतिकरण सत्र तृतीय दिवस : 30 दिसम्बर, 2005 शुक्रवार विषय : भगवान् बाहुबली प्रणति और जैना कला वैभव प्रातः 8 बजे से 11 बजे - चन्द्रगिरि-दर्शन एवं शिलालेख-अध्ययन दोपहर 1.30 से 5 बजे - शोध आलेख प्रस्तुतिकरण सत्र रात्रि 7.30 से 10 बजे - शोध आलेख प्रस्तुतिकरण सत्र चतुर्थ दिवस : 31 दिसम्बर, 2005 शनिवार विषय : ब्राह्मी लिपि और प्राकृत-अपभ्रंश श्रुतार्चन प्रातः 8 बजे से 11 बजे - जैन विदुषी अधिवेशन सत्र दोपहर 1.30 से 3 बजे - अवशिष्ट शोध आलेख प्रस्तुतिकरण सत्र दोपहर 3 से 5 बजे - विद्वत् सत्कार एवं समापन सत्र पंचम दिवस : 1 जनवरी, 2006 रविवार विषय : आगम, अध्यात्म और सिद्धान्त प्रातः 8 बजे से 11 बजे - जैन पण्डित अधिवेशन सत्र उद्घाटन, व्याख्यान एवं संवाद सत्र दोपहर 1.30 से 5 बजे - तीन प्रवचनकार वरिष्ठ पण्डितों के विशिष्ट व्याख्यान रात्रि 7.30 से 10 बजे - पण्डित सत्कार एवं समापन सत्र