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जनशिला-मपर लैग मन् ८०८ का (०५४)। गर्ग गगाद गरिर TAR राज्यकालम उनको ग्यास या गाar Ramमानसी एक गायक दानका वर्णन है। अगर ग (ज. ५) गा८२१ में गम्राट अमांपर्गका तथा उनी गाना पांग 131 है। कर्कराजने अपगजिनगुमो गगाजान मिया मागे मम्राट् अमीपवर्षने नागनन्दि आचार्यसमि1ि7.." मन् ८६४ में गी रामादल राज्यकामा गाnिframmar (० ५७) । नयो-गरी गदीश मग नैमिन rin है निगमे उन्हें गष्ट्रकट गाnि धान रसायो मा . " मन् ९०० ये एक मन्दिा गरम ममा RITER HITI तथा गन् १२५ के एक मन्दिाम गाट गायित्र frame. का उल्लेग है (२०७७, ७८) Pी पनि गन .:. में एक जिनमन्दिर निर्माण गया गा(१०७१
TET लेसमे Tण ३ असारवर पाना तथा मा धाग मग्राट् पोट्टिगका वर्णन है (०८.८)न्द्रनिगान T जिनमूर्तिका पादपीठ बनवाया था ( म० ८.) मारनापति श्रीविजयको प्रामामि एका स्तम्भलय मिला। (30 )
बारहवी गरी एका लेग (३० २१७) म रि गण गणाके अधीन गष्टमूट मुलगे मामन्त गोलगदेवका उलग है।
(भा ४ ) पात्य यश - ग वर्गक पार गनुन मगा।' इनमें पहला (०२३) माती गशेके गार निमारियां ममयवा दानरेप है। भाटनी गरी एक लेगम (३० ५. ) गुर पाण्डव राना-नाग एक जिनमन्दिरली जगीनाको भरमा मग्नेमा वन है। मन ८५० में राजा वरगुण २ के समय दो मनिरा जोगांद्वार मा १. पहले सग्रहम इस वशका कोई रोगमा है।