Book Title: Jain Sahitya Suchipatra Author(s): Ratnatrayvijay Publisher: Ranjanvijay Jain PustakalayPage 11
________________ Ceneneronmeeroenomenon . प्रकाशक . श्री श्रुतज्ञान संस्कार पीठ ___Clo. चंपकलाल के. शेठ, 13 - विमलनाथ फ्लेट 1 श्रीमाली सोसायटी, नवरंगपुरा, अमदावाद-380 009 फोन नं. : (079) - 25352341 • (मो.) 9426010323 लेखक : कलिकुंड तीर्थोद्धारक आ.वि. श्री राजेन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. नाम भा. कि.नं. नाम भा. कि. 1. फूल खील्यु बागमां (सचित्र) गु. 400 22. अहो आश्चर्यम् 2. वरसे वादल हरखे हैया भा.-1 गु. 50 23. अंधारा अजवाला 3. वरसे वादल हरखे हैया भा.-2 गु. 50 |24. वागे वीणा वाणीनी 4. वरसे वादल हरखे हैया भा.-3 गु. 50 25. मारा वाला हुं करु कालावाला 5. वरसे वादल हरखे हैया भा.-4 गु. 50 26. ओझल से चमका सितारा . हि. 6. वरसे वादल हरखे हैया भा.-5 गु. 75 27. घर घर की कर्मकहानी हि. 7. वरसे वादल हरखे हैया भा.-6 गु. 75 28. झटपट पोपट बोल्यो . 8. वरसे वादल हरखे हैया भा.-7 गु. 7529. पुण्य प्रकाश प्रगट भयो 9. सजो शणगार जीवननां गु. 30 30. कलिकुंड तीर्थ 10. सूरज का प्रकाश हि 50 31. दिलनी दौलत . 11. पीओ पाणी जिनवाणी- गु. 50 32. अंतस्नु अत्तर 12. नारी तारी खुमारी गु. 40 33. संघाचार भाष्यम् 13. दीधा दान मल्या मान गु. 50 34. सीमंधर स्वामी विनंती सांभलो गु. 14. तरणिनां तेज गु. 50 35. फूल वीण सखे 15. झरणां अने जीवन गु. 40 36. दुनियानुं दर्पण 16. उदधि उछले तरंग गु. 50 37. कथा कुसुम भा.-1 17. शाणा ने शीखामण सानमां-1 गु. 6038. कथा कुसुम भा.-2 18. शाणा ने शीखामण सानमां-2 गु. 60 39. प्रेमनो प्रासाद 19. बहुरला वसुंधरा गु. 50/40. सौम्यवदना काव्यम् 20. ताराना झबकारा-1 गु. 100 41. शिखरजी नां शिखरोथी 21. ताराना झबकारा-2 ___ गु. 100 42. शिखरजी के शिखर से musहि.200 CRomeonerotococOSOOOOOO 60 = बाल =Page Navigation
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