Book Title: Jain Sahitya Suchipatra Author(s): Ratnatrayvijay Publisher: Ranjanvijay Jain PustakalayPage 69
________________ II नाम Cooremonocorrent) श्री रांदेर रोड जैन संघ ___शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन देरासर, अडाजण पाटीया सुरत-9 फोन : (0261) 2687488 लेखक : आ.वि. श्री सोमचंद्र सूरि भा. कि. नं. नाम भा. कि. 1. पुण्य चरित्र महाकाव्यम् सं. 2003. बोध प्रदीप पंचाशिका सं. 25 2. प्रश्नोत्तरैकषष्ठि शतक काव्यम् सं. 100/ 78 गिरनार महातीर्थ विकास समिति हेमाभाईनो वंडो, उपरकोट रोड़, जगमाल चौक, जुनागढ (सौ.) 362001 फोन : (0285) 2622924 लेखक : मुनि हेमवल्लभ विजयजी नाम __ भा. कि. 1. सौ चालो गिरनार जइए | | 79. "अहो श्रुतज्ञानम्" पुस्तकोकी यहां से | श्री आशा पूरण पार्श्वनाथ जैन ज्ञानभंडार, |D.V.D. प्राप्त होगी हीराजैन सोसायटी, साबरमती, अमदावाद-5 फोन : (079) 22132543 • (मो.) 9426585904 लेखक : पूर्वाचार्य कि.नं. . भा. कि. 1. नंदीसूत्र अवचूरी ___-6. मानतुंग शास्त्रम् 2. उत्तराध्ययन सूत्र चूर्णी सं. -7. अपराजित पृच्छा 3. अर्हदगीता - भगवद् गीता सं. -8. शिल्प स्मृति वास्तु विद्यायाम् /सं. 4. अर्हच्चूडामणि सार सटिकः सं. -9. शिल्प रत्नम् भा.1 5. युक्ति प्रकाश सूत्र सं. - 10. शिल्प रत्नम् भा.2 CORonenerotococc0640 नाम ENTENERAMBIRasiriptistestresthesisataPage Navigation
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