Book Title: Jain Sahitya Suchipatra Author(s): Ratnatrayvijay Publisher: Ranjanvijay Jain PustakalayPage 77
________________ सं. 600 800 Censometeroconuments) नं. पुस्तक नाम कर्ता किंमत भाषा 51. नीशीथ सूत्र चूर्णि भा. 1 से 4 उपा. अमर मुनिजी 1200 52. चोवीशी स्वरूप-साहित्य डॉ. अभय दोशी 200 53. जैन भक्ति साहित्य | डां. वर्षा दोशी 250 54. 7 पन महापुरुष चरित्र आ. हेमसागरसूरिजी 200 55. द्वयाश्रय महाकाव्य सर्ग 1-10 आ. मुनिचंद्र सूरिजी 325 56. विवेक विलास श्री कृष्ण जूगन 300 57. जगडू-चरितम् सर्वानन्द सूरि -75 58. चोवीश तीर्थंकर डा. राजेन्द्र मुनि 395 58. भगवान महावीर आ. देवेन्द्र मुनि 900 59. भगवान ऋषभदेव आ. देवेन्द्र मुनि 60. भगवान अरिष्टनेमी व कृष्ण आ. देवेन्द्र मुनि 61. जैन वाडमय का परिचयात्मक अध्ययन आ. देवेन्द्र मुनि 1600 62. जैन धर्म एवं वैदिक धर्मकी सांस्कृतिक एकता सुभद्र मुनि 63. जैन चरित्र कोश सुभद्रमुनि 1500 64. अहिंसा विश्वकोश खण्ड-1 1200 65. अहिंसा विश्वकोश खण्ड-2 1800 66. वर्धमान चरित्र परिशीलना पूनम शुक्ला 450 67. जैन मूर्ति कला शांतिलाल नागर 2250 68. जैन धर्म का इतिहास (1-2-3) कैलाश चंद्र जैन 1650 69. Encyclopedia of Jain Religion 1-2 Chanchreek K.L. 7000 70. Jain Agam : Anintroduction to Chanchreek K.L. | 600 cononical lit 71. Jaina Art and Architecture Chanchreek K.L. 800, E. Northen & Eastern India 2. Jain Artand Architecture Western Chanchreek K.L. 500 TE. and South India and Jaina Bronze in Museum 73. Jaina Economic Life Ancient & Chanchreek K.L. Medival India 900 sueARLUMNTHRMipihiandi ORDERementmentomonomenon 720Page Navigation
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