Book Title: Jain Sahitya Suchipatra
Author(s): Ratnatrayvijay
Publisher: Ranjanvijay Jain Pustakalay

Previous | Next

Page 68
________________ ) भा. कि. CBOcroconuorocarotorocons TAAS • श्री जय शत्रुजय आराधना धाम TET प्रेम भुवनभानु उपाश्रय सामे, पालीताणा (सौ.) लेखक : आ.वि. श्री कीर्तिसेन सूरिजी नं. नाम भा. कि.नं. नाम 1. आतमनो अनुभव गु. 30/9. जय आदिनाथ 2. सम्यक्त्व सप्ततिः सं. - |10. दिव्य प्रकाशन 3. चिंतनना दीवडा गु. 12|11. सामायिक नोंध 4. गुणसेन अग्निशर्मा ___ गु. -12. तत्त्वानु प्रेक्षा 5. अमर औषध गु. 15|13. दिव्य संदेश 6. सूरी रामनां संभारणा गु. 10|14. पंचसूत्र 7. जय शंखेश्वर गु.. 10 15. पंचसूत्र 8. अक्षय निधान गु. 10|16. अध्यात्म उपनिषद् मूल Hoshsil P nusaatebaradasil. H.COM भरणा श्री मेरुप्रभसूरि स्मारक ट्रस्ट मेरुधाम जैन तीर्थ, उमीयापुर, सुघड, कोबा हाईवे, जि. गांधीनगर (गुज.) 382424 लेखक : आ.वि. सिंहसेन सूरि . नं. नाम भा. कि. 1. देववंदनमाला (सचित्र) गु. - 76..सद्भावना अकादमी 401/हेमदेव हाउस, पालडी, धरणीधर देरासर सामे, अमदावाद-7 लेखक : डा. सैफाली शाह नं. नाम भा. कि.नं. नाम भा. कि. 1. सम्मेअ शैलं तमहं नमामि गु. 500 |2. सम्मेअ शैलं तमहं नमामि . गु. 50 (63cooooooocheeroenacrosoOB)

Loading...

Page Navigation
1 ... 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112