Book Title: Jain Sahitya Suchipatra
Author(s): Ratnatrayvijay
Publisher: Ranjanvijay Jain Pustakalay

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Page 67
________________ 71 OBSTRIOSIONERSIOSonommOB) जैन साहित्य अकादमी नव निधी फ्लेट, 174 सेक्टर नं.-4, गांधीधाम (कच्छ) 370201 लेखक : मुनि भुवनचंद्रजी भा. कि.नं. नाम भा. कि. 1. नियती द्वात्रिंशिका गु. 20|2. सिद्धसेन शतक नाम गु. 120 विजय वल्लभ मिशन लुधियाना (पंजाब) लेखक : मुनि यशोभद्र विजय नं. नाम भा. कि.नं. नाम 1. मंजीलनो राही गु. 56. 'आशा बीजानी शुं करीए 2. फूलोनी शय्या कांटानो पंथ गु. 57. मानव एक अनोखु सर्जन 3. जागो स्वप्न जुदु छे. गु. 5/8. क्रांतिका शंखनाद 4. आप. पण महान् बनी शको छो गु. 5/9. जैन हस्तरेखा शास्त्र 5. झेर पीधु जाणी जाणी गु. 5/10. योग शास्त्र भाषांतर भा. कि. हि. 50 73 "संयम रत्ना ट्रस्ट" आसित कुमारपाल, समेतशिखरनी पोल, माणेक चौक, मांडवीनी पोल, अमदावाद-1 लेखक : मुनि हेमचन्द्र विजय भा. कि.नं. नाम 1. आत्मानुं स्वरुप ओलखीए गु. -3. मोक्षे चित्तं भवे तनुं 2. अनित्य भावना OBCareeroencentrasoon नाम Emisinititishshinimilsinesels: 62

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