Book Title: Jain Sahitya Suchipatra Author(s): Ratnatrayvijay Publisher: Ranjanvijay Jain PustakalayPage 38
________________ ) HOME नं. नाम Benermanenomenonenerotocol 22 श्री अर्हम परिवार ट्रस्ट TE . दीपकभाई कुरिया, त्रिशला एन्टरप्राईझ 305/B कोर्ट फाउन्डेशन, एन.एम. रोड एक्स रे कोर्ट, मुंबई-400001 A (मो.) : 9867580227 / 9869247384 लेखक : आ.वि. श्री अजित शेखर सूरीश्वरजी म.सा. भा. कि.नं. नाम 1. श्राद्धविधी प्रकरणम् गु. 320 | 10. धरीए समकित रंग 2. होठे हस्या हैये मांगल्य गु. 30|11. चेतन ज्ञान अजवालीए 3. उत्तर मजानो कथानो खजानों गु. 30|12. अस्तित्वकी पहचान 4. आजना प्रवचननो सार गु. 40|13. जिन दर्शन पूजा विधी 5. उपशम अमृत रस पीजीए गु. 30|14. समाधिनो साथी 6. प्रभु दूर करो अंधारु गु. -15. अष्टान्हिका प्रवचन 7. दोहिलो मानवभव अवतार गु. 25 16. 108 नवकारके विविध चित्र गु. 8. भीतर उमट्यो उजास गु. 40 9. दोहिलो मानवभव अवतार गु.. 25/ - श्री पद्मविजय गणिवर जैन ग्रंथमाला ट्रस्ट C/o. अशोककुमार हिम्मतलाल शाह । एच.ए. मार्केट, त्रीजामाले, कपासीयाबाजार, अमदावाद-2 फोन नं. : (079) 26612507 / 22123287 लेखक : आ.वि. श्री मित्रानंद सूरीश्वरजी म.सा. नं. नाम भा. कि.नं. नाम 1. दीक्षा-वडीदीक्षा विधी गु. 10/6. मांगल्यदीप 2. विरल विभूति गु. 40/7. मंत्राधिराज 3. अध्यात्म बिन्दुः सं. 758. पाईअसुभासिअसंगहो प्रा. - 4. शतक संदोह गु. 60/9. दीवादांडी भा.1 5. चारित्र मनोरथमाला गु. -J10. द्रव्यगुण पर्यायनो रास - गु. 20 33 DemerocoomcoomenerotocoOOLB) भा. कि.Page Navigation
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