Book Title: Jain Sahitya Suchipatra
Author(s): Ratnatrayvijay
Publisher: Ranjanvijay Jain Pustakalay

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Page 44
________________ गु. 250 100 Commeneremonstrator ) नं. नाम भा. कि.नं. नाम भा. कि. 9. शास्त्रवार्ता समुच्चय भा. 1 हि. 150/ 30. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका प्रकरण 10. शास्त्रवार्ता समुच्चय भा. 2-3 हि. 30/ भा-8 11. शास्त्रवाता समुच्चय भा. 4 हि. 20/31. अनुयोग द्वार सूत्रम् 12. शास्त्रवार्ता समुच्चय भा. 5-6 ___ हि. 25| 32. उपदेश रहस्य गु. 100 13. शास्त्रवार्ता समुच्चय भा. 7 हि. 25/33. न्याय सिद्धान्त मुक्तावली भा.1 14. शास्त्रवार्ता समुच्चय भा. 8 हि. 16/34. न्याय सिद्धान्त मुक्तावली भा.2 15. शास्त्रवार्ता समुच्चय | 35. बालपोथी सचित्र ___भा. 9-10-11 36. बालपोथी सचित्र 16. परमतेज भा.1 गु. 150/37. बालपोथी सचित्र E. 50 17. परमतेज भा.2 गु. 20038. जैन तर्कभाषा 18. जय विंशीका गु. 200/39. दशाश्रुत स्कंध 19. योगदृष्टि समुच्चयनां व्याख्यानों | 40. निक्षेप वींशीका 20. द्रव्य-गुण-पर्यायनो रास-1 गु. 175/41. उच्च प्रकाशनना पंथे 21. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका-1, गु. 80/42. समरादित्य चरित्र भव 1-2 22. गुरुदेवनां पत्रो गु. 150/43. समरादित्य चरित्र भव-3 23. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका प्रकरण सं: 44. निश्चय व्यवहार गु. 250/45. संयमीनां कानमां - दिलमां 24. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका प्रकरण सं. । - सपनामा भा-2 गु. 250/46. प्रभु वीरका अंतिम उपदेश 25. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका प्रकरण सं. 47. दशविध समाचारी-3 भा-3 गु. 250| 48. संकलित संस्कृत नियमावली 26. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका प्रकरण | 49. A Hand Book Of Jainloge भा-4 250/50. संवेदन की झलक . 27. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका प्रकरण 51. जय पराजय ___भा-5 52. उपाध्याय पद 28. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका प्रकरण 153. कुवलय माला भा.1 गु. 70 ____भा-6 गु. 250/54. भगवती सूत्र विवेचन ___ गु. 22 29. द्वात्रिंशद् द्वात्रिंशिका प्रकरण सं. 55. न्याय भुवनभानु . गु. 50 भा-7 गु. 250/56. नाभाकराज चरित्र गु. 10 39 Danemoosheneroenomo ) भा-1

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