Book Title: Jain Sahitya Suchipatra Author(s): Ratnatrayvijay Publisher: Ranjanvijay Jain PustakalayPage 58
________________ C onnlonensnneeroenergy) .. . श्री आत्मश्रेय प्रकाशन रमेशचंद्र भोगीलाल ए. कां., शो. 7-8, नवमी गली, मंगलदास मार्केट, मुंबई-2 लेखक : मुनि हर्षशील विजयजी भा. कि.नं. नाम भा. कि. 1. शालीभद्रं चरित्र सचित्र गु. 150/5. पुण्ये बांधी प्रीत सचित्र गु. 80 2. एक मनगमती वार्ता सचित्र गु. 60/6. वचने बांधी प्रीत सचित्र गु. 90 3. कर्म हरे भवजल तरे सचित्र गु. 250/7. The Characters of 24 4. पालवे बांधी प्रीत सचित्र गु. 80| Tirthankar E. 300 नं. नाम 25 श्री ज्ञानज्योत फाउन्डेशन रतिलाल सावला, .. 13 लेबनेम रोड, त्रीजामाळे, शेठना हाउस, गामदेवी, मुंबई-400007 फोन : (022) 3645238 / 3649198 . लेखक : मुनि अमरेन्द्रविजयजी नं. नाम भा. कि.नं. नाम भा. कि. 1. विज्ञान अने अध्यात्म गु. 20/7. साधनानुं शिखर साक्षीभाव · गु. 10 2. अचित्य चिंतामणी नवकार गु. 12/8. आपणे आत्म निरीक्षण करीशुं गु. 20 3. मुक्ति पथ विपश्यना गु. 40/9. साधनानुं हृदय गु. 35 4. आत्मज्ञान अने साधना पथ गु. 160|10. Cancer dissolvebysry divine E. 15 5. आत्म गुण विकासनी भूमिका गु. 10|11. Science discovers Eternal E. 15 6. चित्त स्थैर्यनी केडीओ गु. 15| (53DontcomendmeroenoOOODF)Page Navigation
1 ... 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112