Book Title: Jain Sahitya Suchipatra
Author(s): Ratnatrayvijay
Publisher: Ranjanvijay Jain Pustakalay

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Page 50
________________ | ARRORLonuncement) ४. श्री भारतवर्षीय जिन शासन सेवा समिति A . C/o, सतीशभाई वेणीलाल, 7, श्यामकुंज, त्रीजामाले, 86, वालकेश्वर रोड, मुंबई-400006 मान लेखक : आ. वि. श्री नयवर्धनसूरीश्वरजी म.सा. नं. नाम भा. कि.नं. नाम 1. योग द्रष्टि समुच्चय गु. 75| 10. राम अमृतवाणी 2. सदाचार सुमन . गु. 27| 11. आत्माथी परमात्मा 3. भाव श्रावकनी भव्यता गु. 40|12. चडीये व्रत पगथार 4. शत्रुजय सौरभ गु. 25 13. भगवान वर्धमान स्वामी 5. बारव्रत कथा गु. 20/14. उपमितिनो रसास्वाद-1 6. प्रकाशनां किरणो 115. उपमितिनो रसास्वाद-2 7. जैन जगतनां जवाहीर गु. 25 16. समाधि ज्योत 8. देशना अमृतधारा बरसे गु. 60|17. प्रवचन पद्मपराग 9. सम्यग् दर्शननो सूर्योदय. गु. 20|18. गणधर-युगप्रधान देववंदन गु. 17 नाम 3 श्री हर्ष पुष्पामृतजैन ग्रंथमाला श्रुतज्ञान भवन, 45 दिग्विजय प्लोट, जामनगर (सौ.) 361005 फोन : (0288) 2770963 लेखक : आ. वि. श्री जिनेन्द्र सूरीश्वरजी म.सा. भा. कि.नं. नाम 1. लोकतत्त्व निर्णयः गु. -6. नारकी चित्रावली 2. जिनेन्द्र संगीतमाला गु. -17. उँचेरा मुनि रामचंद्र सूरि 3. शत्रुजय भावयात्रा हि. 80/8. दीवाली पर्व प्रवचन 4. नारकी वर्णन शास्त्रपाठ गु. 15|9. गीत गुंजन 5. धर्मरत्न प्रकरण हि. 20|10. आत्माराम गुणानुवाद 45 Democrachomoeoromo गु. 10 गु. 25 गु. 12 )

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