Book Title: Jain Sahitya Suchipatra
Author(s): Ratnatrayvijay
Publisher: Ranjanvijay Jain Pustakalay

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Page 32
________________ कि. (BOTOSournemonsoomerememenum ) नं. नाम .. भा. कि.नं. नाम 106. सूत्र व्याख्यान विधि (प्रत) सं. -110. श्रीपाल चरित्रम् (प्रत) सं. - 107. आवश्यक नियुक्ति (प्रत) सं. -111. उत्तराध्ययन सत्रम् (प्रत) सं. - 108. दीपोत्सव कल्प (प्रत) सं. -1112. नमस्ते अर्हन्नमस्कारावली गु. 20 109. जीवन साफल्य दर्शनम्-1 सं. - मा क ग - 19 श्री नेमि-नंदन शताब्दी ट्रस्ट विजय नेमि सूरि स्वाध्याय मंदिर 12-भगतबाग, आणंदजी कल्याणजी पेढी सामे, नवा शारदा मंदिर रोड, . पालडी, अमदावाद-07 फोन : (079) - 26622465 लेखक : आ.वि. श्री शीलचंद्र सूरिश्वरजी म.सा. नाम भा. कि.नं. नाम 1. धनधन शासन मंडन मुनिवरा गु. 60|16. नमुं नेमि सूरि संसारमा 2. चंद्रलेखा कथा सचित्र गु. 60|17. कृपा रस कोशः 3. धर्मरुचि कथा सचित्र गु. 35|18. सागर विहंगमः 4. तपस्वी महाराज गु. - 19. हास्यमेव जयते 5. अमारी घोषणानो दस्तावेज गु. 125|20. मृगमृगेन्द्रान्योक्ति शतकम् 100 6. विजय नेमि सूरि सचित्र 200 21. पंच सूत्रकम् सचित्र सं. 125 7. वात्सल्य निधी संघनायक 100|22. समरूं पल पल सुव्रत नाम सं. 100 8. नंदनवननां पारिजात गु. 25 23. पुहईचंद चरियम् प्रा. 300 9. मैत्रीनां गुलमहोरनुं उपवन | 24. पउम चरियम् भा.2 प्रा. 300 . 10. मुनि सुव्रत वंदनावली |25. नंदी सुत्तम प्रा. 150 11. हीर सुन्दर काव्य भा.1 सं. 120|26. दसकालिय सुत्तं __प्रा. 250 12. हीर सुन्दर काव्य भा.2 सं. 120/27. अपभ्रंश व्याकरण 50 13. सप्तभंगी प्रभा सं. 80|28. द्रौपदी स्वयंवरम् ___सं. 20 14. न्याय सिंधु सं. 120/29. सागरदत्त ललितांग रास . 15. ग्रन्थत्रयी सं. -[30. सुभाषित संग्रहः सं. 10 (27onenomenocoomention ) सं. 65

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