Book Title: Jain Sahitya Suchipatra Author(s): Ratnatrayvijay Publisher: Ranjanvijay Jain PustakalayPage 19
________________ J नं. नाम 69. जिनमहत्त्व बत्रीसी एक परिशीलन - 4 गु. 70. भक्ति बत्रीसी एक परिशीलन - 5 गु. 71. साधुसामग्रय बत्रीसी एक परिशीलन - 6 72. धर्म व्यवस्था बत्रीसी एक परिशीलन - 7 गु. 73. वाद बत्रीसी एक परिशीलन - 8 गु. 74. कथा बत्रीसी एक परिशीलन - 9 गु. 75. योगलक्षण बत्रीसी एक परिशीलन - 10 76. पातंजल योग बत्रीसी एक परिशीलन - 11 77. योग पूर्व सेवा बत्रीसी एक परिशीलन - 12 78. मुक्त्यद्वेष प्राधान्य बत्रीसी एक परिशीलन - 13 79. अपुनर्बंधक बत्रीसी एक परिशीलन - 14 80. सम्यग्द्रष्टि बत्रीसी एक परिशीलन - 15 81. ईशानुग्रह विचार बत्रीसी एक परिशीलन - 16 भा. कि. नं. 82. दैव पुरुषकार बत्रीसी एक परिशीलन - 17 83. योगभेद बत्रीसी एक परिशीलन - 18 84. योग विवेक बत्रीसी एक परिशीलन - 19 Ar गु. गु. गु. गु. गु. गु. गु. गु. गु. I 1 नाम 85. योगावतार बत्रीसी एक परिशीलन-20 गु. 86. मित्रा बत्रीसी एक परिशीलन - 21 गु. 87. तारादित्रय बत्रीसी एक परिशीलन - 22 UDAA भा. कि. 88. कुतर्क ग्रह निवृत्ति बत्रीसी एक परिशीलन - 23 गु.. 89. सदृष्टि बत्रीसी एक परिशीलन - 24 गु. 90. क्लेशहानो पाय बत्रीसी एक परिशीलन - 25 91. योग माहात्म्य बत्रीसी एक परिशीलन-26 92. भिक्षु बत्रीसी एक परिशीलन - 27 गु. 93. दीक्षा बत्रीसी एक परिशीलन - 28 गु. 94. विनय बत्रीसी एक परिशीलन - 29 गु. 95. केवलीभुक्ति बत्रीसी एक परिशीलन - 30 गु. 96. मुक्ति बत्रीसी एक परिशीलन - 31 गु. 97. सज्जन स्तुति बत्रीसी एक परिशीलन - 32 98. जैन प्रवचन भा. 1 99. जैन प्रवचन भा. 2 100 जैन प्रवचन भा. 3 101 जैन प्रवचन भा. 4 102 जैन प्रवचन भा. 5 103 जैन प्रवचन भा. 6 104 जैन प्रवचन भा. 7 105 जैन प्रवचन भा. 8 252 14 ।।।Page Navigation
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