Book Title: Jain Jatiyo ke Gaccho Ka Itihas Part 01
Author(s): Gyansundar
Publisher: Ratnaprabhakar Gyan Pushpamala
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( १९) (१५) मूलगोत्र कुंमट ( उ० वी० ७० वर्षे).
कुमट काजलिया कापुरीय संभरिया चोक्खा
धनंतरि जगावत सुंधा संघवी सोनीगरा मरवाणि लाहोरा 1.मोरचीया | लाखाणी | छालीया
| पुगलिया
कठोरिया मालोत | लघु कुम्मट नागारी .
(१६) मूल गोत्र डिडू-( उ० वी० ७० वर्षे)
| लालन
डिडू राजोत सोसलाणि धापा धीरोत खंडिया
योद्धा भांटिया | कोचर भंडारी | दाखा . समदरिया | भीमावत सिंधुड़ा | पालणिया एवं २१ शाखाएं कुल हुई
सिखरिया वांका वड़वड़ा बादलिया कानुंगा
(१७) मल गोत्र कनोजिया-( उ० वी० ७० वर्षे)
| करेलिया
राड़ा
कन्नोजिया । घेवरीया वड़भटा
गुंगलेचा राकावाल तोलीया गढ़वाणि धाधलिया कठोतिया
करवा
मीठा
| जालोरा
जमघोटा पंटवा मुसलीया नहार ..
भोपावत

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