Book Title: Jain Jatiyo ke Gaccho Ka Itihas Part 01
Author(s): Gyansundar
Publisher: Ratnaprabhakar Gyan Pushpamala
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बोहरा
घीया
संघी
(२४) (६) मूल गोत्र सफला-(वि० सं० १२२४ ) सफला
जालोरा भोपाल
कोटेचा भाडु
। तलभला । काणेचा (१०) मूल गोत्र नक्षत्र-(वि० सं० ९९४) नक्षत्र खजानची | लुणेचा पागरय
| लाखा
रोकड़िया | सांढा आदि (११) मूल गोत्र आभड़-(वि० सं० १०७९) आभड़ | पटवा | कोठारी | फूलेरा कांकरेचा . | चौधरी संघी
कोरा कुबेरिया । संभरिया | मेहता । कथोलिया
(१२) मूल गोत्र छावत-(वि० सं० १०७३) चावा गटियाला | विनायकिया | कोकुन्दा छावत | लेहरिया | वडेरा आदि कोंणेचा | चौहाना . | ममइया
(१३) मूल गोत्र तुण्ड-(वि० स० ९३३) तुण्ड हरसोरा । संघीगोंदा बागमार | ताला लड़वाया खजानची फलोदिया । साचा
शूरवा
| आदि

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