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जैन आगम : वनस्पति कोश
में स्थिहु और थीहु शब्द का वनस्पतिपरक अर्थ नहीं मिला
थिभग थिभग (स्तबक) स्तबक कंद।
देखें 'त्थिमग शब्द'।
०७/६६
गया वियूपगा
उपलब्ध न होने से उसका प्रमाण नहीं दिया जा सकता। नागबला शब्द अनेक निघंटुओं में मिलता है इसलिए नागबला के पर्यायवाची नाम दिए जा रहे हैं। नागबला पर्यायवाची नाम
गाङ्गेरुकी नागबला, खरगन्धिका झषा। विश्वदेवा तथारिष्टा, खण्डा
नागबला, खरगन्धिका, झषा, विश्वदेवा, अरिष्टा, खण्डा, हस्वगवेधुका ये गांगेरुकी के पर्याय हैं।
(धन्व०नि० १/२८४ पृ० ६८) अन्य भाषाओं में नाम
हि०-गंगेरन, गुलसकरी । गु०-गंगेटी, बाजोठियुं। पोरबंदर-गंगेटी। म०-गांगी, गांगेटी। ऊंधी, खाटली, कंटीयेजाल (समनी, हांसोट) ब०-गोरक्षचाकुले । ले०-Grewia Populifolia (ग्रिविआ पॉप्युलीफोलिआ) Grewia Lenax Syn (ग्रिविआ लेनेक्ष)।
थीह थीह ( ) भ० ७/६६०, २३/२ जीवा० १/७३
देखें त्थिहु शब्द ।
थूरय थूरय (स्थूलक) स्थूल इक्षुर, स्थूलशर ।
___ भ० २१/१६ प० १/४२/२ स्थूलकः पुं। तृणविशेषे
सूच्यग्र स्थूलको दर्भो जूर्णाख्यश्च खरच्छः ।।
(रत्न माला) (वैद्यकशब्द सिन्धु पृ० ११६२) स्थूल के पर्यायवाची नामस्थूलकः |पुं। तृणविशेषे।
सूच्यग्रः स्थूलको दर्भो जूर्णाख्यश्च खरच्छदः ।। (रत्न माला) (वैद्यकशब्द सिन्धु पृ० ११६२) स्थूलोन्यः स्थूलशरो महाशरः स्थूलसायकमुखाख्यः । इक्षुरकः क्षुरपत्रो बहुमूलो दीर्घमूलको मुनिभिः ।।८२।।
दूसरे प्रकार का इक्षुर स्थूलइक्षुर होता है। स्थूलशर, महाशर, स्थूलसायकमुख, इक्षुरक, क्षुरपत्र, बहुमूल, दीर्घमूलक ये सब स्थूलशर के सात नाम हैं।
(राज०नि० व० ८/८२ पृ० २४८)
शाव
दंडा दंडा (दण्डा) नागबला, गंगेरन। भ० २१/१७ दण्डा।स्त्री। नागबलायाम्। वैद्यक निघंटु ।
___ (वैद्यक शब्द सिन्धु पृ० ५२८) विमर्श-दण्डा शब्द वैद्यकनिघंटु में मिलता है। वह
उत्पत्ति स्थान-नागबला सौराष्ट्र में बरडा की पहाड़ियों में बहुत पाई जाती है। पंचमहाल में तथा सिन्ध, पंजाब में भी होती है।
विवरण-नागबला ३ से ६ या ५ से १० फुट ऊंची
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