Book Title: Jain Agam Vanaspati kosha
Author(s): Shreechandmuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 359
________________ जैन आगम : वनस्पति कोश 339 हिन्दी शब्द प्राकृत शब्द पृष्ठ हिन्दी शब्द प्राकृत शब्द सुंठ १५६ सीसम सीसवा २६१ सेहुंड णागरुक्ख, नागरुक्ख१३३. १६७ सुगंधवाला उदय ३३ सोयावन सौंफ सयपुप्फा २७५ सुपारी कंदुक्क पूयफली ४२, १६४ स्तबक कंद त्यिभग, थिभग १५५, १५६ सुपारीवन पूयफलीवण १६५ स्थलकमल पउमा १७२ २६२ स्थूल इक्षुर थूरय सुंठ पीपल, कालीमिर्च तिगडूय १४६ स्नानमल्लिका ण्हाणमल्लिया १४० सूक्षमपत्रशांक चोरग ११० हडसंघारी अत्थिय १६ सूरजमुखी अक्कबोंदि सूरवल्ली ६, २६८ हलदी हलिद्दा, हलिद्दी, हालिद्दी ३०८, सूरणकंद सूरण, सूरणकंद २६८ ३०६ णिप्फाव, निप्फाव १३७, १७० हलदी (गोलगांठवाली) पिंडहलिद्दा सेमचरिया दधिफोल्लइ हरे, हरड हरडय, हरितक ३०४, ३०७ सेमर सामलि २८४ हिंगोट बिंदु २०६ सेवती गुलाब सुभगा २६४ हींग जाउलग ११८ सेव २१२ हींग का वृक्ष हिंगुरुक्ख ३०८ सेवार सेवाल, सेवालगुम्म ३०२, ३०३ हीराबोल सस २८० सेम १८६ बोर Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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