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204... हिन्दू मुद्राओं की उपयोगिता चिकित्सा एवं साधना के संदर्भ में दूसरी मातृका न्यास मुद्रा
खड़े होकर अंगूठे और अनामिका अंगुली से नेत्र युगल का स्पर्श करना मातृका न्यास की दूसरी मुद्रा है।
द्वितीय मुद्रा
सुपरिणाम
चक्र- अनाहत एवं सहस्रार चक्र तत्त्व- वायु एवं आकाश तत्त्व केन्द्रआनंद एवं ज्ञान केन्द्र ग्रन्थि- थायमस एवं पिनियल ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंग- हृदय, फेफड़ें, भुजाएँ, रक्त संचरण तंत्र, ऊपरी मस्तिष्क एवं आँखें।