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206... हिन्दू मुद्राओं की उपयोगिता चिकित्सा एवं साधना के संदर्भ में चौथी मातृका न्यास मुद्रा ___ खड़े होकर दायीं मध्यमा अंगुली से बायें पार्श्व का स्पर्श करना, मातृका न्यास की चौथी मुद्रा है।
चतुर्थ मुद्रा
सुपरिणाम
चक्र- मणिपुर, आज्ञा एवं सहस्रार चक्र तत्त्व- अग्नि एवं आकाश तत्त्व केन्द्र- तैजस, ज्योति एवं ज्ञान केन्द्र अन्थि- एड्रीनल, पैन्क्रियाज, पिनियल एवं पीयूष ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंग- पाचन संस्थान, यकृत, तिल्ली, आँतें, नाड़ी तंत्र, ऊपरी मस्तिष्क, निचला मस्तिष्क, स्नायु तंत्र एवं आँख।