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238... हिन्दू मुद्राओं की उपयोगिता चिकित्सा एवं साधना के संदर्भ में 2. विस्मय मुद्रा ___दायें हाथ को मजबूत मुट्ठी के रूप में बाँधकर तर्जनी के अग्रभाग से नाक का स्पर्श करना, विस्मय मुद्रा है।
विस्मय मुद्रा
सुपरिणाम
चक्र- आज्ञा एवं मूलाधार चक्र तत्त्व- आकाश एवं पृथ्वी तत्त्व केन्द्रज्योति एवं शक्ति केन्द्र प्रन्थि- पीयूष एवं प्रजनन ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंग- निचला मस्तिष्क, स्नायु तंत्र, मेरूदण्ड, गुर्दे एवं पाँव।