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पूजोपासना आदि में प्रचलित मुद्राओं की प्रयोग विधियाँ ...209 सातवीं मातृका न्यास मुद्रा
खड़े होकर दायीं तर्जनी, मध्यमा और अनामिका से मुख एवं गाल का स्पर्श करना, मातृका न्यास की सातवीं मुद्रा है।
सप्तम मुद्रा
सुपरिणाम
चक्र- मूलाधार, अनाहत एवं सहस्रार चक्र तत्त्व- पृथ्वी, वायु एवं आकाश तत्त्व केन्द्र- शक्ति, आनंद एवं ज्ञान केन्द्र प्रन्थि- प्रजनन, थायमस एवं पिनियल ग्रन्थि विशेष प्रभावित अंग- मेरूदण्ड, गुर्दे, हृदय, फेफड़ें, भुजाएं, रक्त संचार प्रणाली, ऊपरी मस्तिष्क एवं आँख।