Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand

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Page 489
________________ (पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार प्रतिलेखन वर्ष पत्र स्थिति पूर्णता प्रत प्रकार ग्रंथांकपत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम । क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कति विशेष पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कर्ता भाषा परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य सुधर्मास्वामी ग्रं. ५००० तेणं कालेणं तेणं ज्ञाताधर्मकथागसूत्र ज्ञाताधर्मकथाड़गसूत्र-अर्थ १०४६७। ज्ञाताधर्मकथागसूत्र प्रा. मारुगूर्जर गद्य अपूर्ण प्रा. मध्यम सुधर्मास्वामी श्रेष्ठ सुधर्मास्वामी ।१०४६८ उपासकदशाङगसूत्र संपूर्ण कागज :१०४६९: उपासकदशाड़गसूत्र मध्यम संपूर्ण :कागज १८ सुधर्मास्वामी प्रा. १०४७० औपपातिकोपाङ्गसूत्र जीर्ण सुधर्मास्वामी ग११६/ :मध्यम 1(५०) १०४७१/चन्द्रप्रज्ञप्तिउपागसूत्र.. चन्द्रप्रज्ञप्तिसूत्र मध्यम १०४७२ चन्द्रप्रज्ञप्तिउपागंसूत्र टीका. चन्द्रप्रज्ञप्तिसूत्र-वृत्ति कागज.. ...........वि. १५५२.....९३-२(१ थी २)-९१......(९३).............. (१०.५४४.५). ग्रं. ५००० तेणं कालेणं तेणं वि. १६मी २५ । (२५)......... । (१०.७४४-५)... ग्रं.८१२ तेणं कालेणं तेणं पूर्णभद्र कृत 'दशश्रावकचरित्रचूर्णि'मां सप्तमाङ्ग चूर्णि' एम नाम लखेल छे. वि.१६मी प्रति पाणीथीं भीजाएली छ.१०.५४४.५). ग्र.८१२ तेणं कालेणं तेणं पूर्णभद्र कृत 'दशश्रावकचरित्रचूर्णि'मां सप्तमाङ्ग चूर्णि' एम नाम लखेल छे. कागज ..वि. १६मी ............ । (३१) । पत्र २५मु डबल छे., (१०.५४४.५) तेणं कालेणं तेणं... कागज वि. १६मी ४९ ग्रन्थान-२३००.. (१०.५४४.५) ग्रं. १८३१ जयति गद्य नवनलिणिकुवलयविय कागज वि.१५०३ १५६ (१५६). ग्रं. ९५०० मुक्ताफलमिव गद्य करतलकलित कागज....... वि. १५०३ ... (89) ......... ग्रन्थान-१८५४.. (१०.५४४.५). ग्रं.२२०० नमो अरिहन्ताण... गद्य कागज वि. १६मी श्लोक-१५००...(१०.५४४.५).. ग्रं.९१२५ यथास्थितं जगत्सर्व कागज वि.१६मी ग्रन्थान-११०९.. (१०.५४४.५). गं. ११०० तेणं कालेणं तेणं वि. १६मी ग्रन्थान-१४००., (१०.५४४.५). ग्रं.२००५ नाणं पञ्चविहं पण्णत वि.१७मी (१०.२४४.५.. ग्रं.२०९६ नमो अरहन्ताण... कागज वि. १७मी ३० ..............(१०.५५७.५ मलयगिरिसूरि मध्यम जीर्ण संपूर्ण १०४७३ सूर्यप्रज्ञप्तिउपागसूत्र......... । सूर्यप्रज्ञप्तिसूत्र १०४७४ सूर्यप्रज्ञप्तिउपागंसूत्र वृत्ति सूर्यप्रज्ञप्तिसूत्र-वृत्ति १०४७५ निरयावलिकोपाङ्गसूत्र । निरयावलिकादिपञ्चोपाङ्गसूत्र १०४७६ अनुयोगद्वारसूत्र गद्य मलयगिरिसूरि श्रेष्ठ संपूर्ण (२३) संपर्ण कागज ५३. आर्यरक्षितसूरि :१०४७७ दशाभूतस्कन्धसुत्र संपूर्ण कागज :४१ :दशाभूतस्कन्ध भद्रबाहुस्वामी मध्यम १०४७८ कल्पसूत्र-बारसा त्रुटक त्रुटक 472

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