Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रतिलेखन वर्ष : पत्र
स्थिति
पूर्णता
प्रत प्रकार
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
परिमाण
रचना वर्ष
आदिवाक्य
का.१४
पद्य
जिनवरेन्द्र वरेन्द्र श्रीपार्श्वनाथजिनपं......
पद्य
का..१२. : कागजवि . १७मी
(प.पू. १). (मे.पू.. (९.७४४.५)
(पे. पृ.२) पे.वि. : मूलश्लोक-६.
श्लोक ५.
जयश्रीजिनकल्याण..... पद्य.
(पे. पृ.२)
श्लोक २
नो बहिन!रगेन्द्र
गद्य : पद्य
श्लोक ७
प्रणमदमरवरकर...
(प.पू. २)
पार्श्वनाथजिनसमस्यामयस्तोत्र (4.9) पार्श्वनाथयमकमयस्तोत्र
श्रीवल्लभोपाध्याय (पे.२) पार्श्वनाथसमस्यामयस्तोत्र .. श्रीवल्लभोपाध्याय १२३५८ साधारणजिनस्तोत्र सटीक त्रिपाठ : मध्यम
संपूर्ण आदि.. (4.9) साधारणजिनस्तोत्र सह (सं.) टीका साधारणजिनस्तव
मुनिसुन्दरसूरिसं. साधारणजिनस्तव-टीका (पे.२) शंखेश्वरपार्श्वजिनस्तोत्र सह (सं.)टीका शड़खेश्वरपार्श्वजिनस्तुति शखेश्वरपार्श्वजिनस्तुति-टीका (पे.३) पार्श्वजिनस्तोत्र एकस्वरचित्रबद्ध (पे.४) पार्श्वनाथस्तोत्र
मारुगूजर सर्वलघुएकस्वरचित्रशब्दमय १२३५९ साधारणजिनस्तोत्र सावचूरि पञ्चपाठ
मध्यम आदि (पे.१) साधारणजिनस्तोत्र सह (सं.)अवचूरि चतुर्विंशतिजिनस्तुति
:जिनप्रभसरि चतुर्विशतिजिनस्तुति-अवचूरि (ये.२) पार्श्वनाथस्तवन (4.३) महावीरस्तवन
(पे.४) रत्नाकरपच्चीशी १२३६० चतुर्विशतिजिनस्तुति आदि
: मध्यम (4.9) चतुर्विशतिजिनस्तुति (पे.२) शत्रुञ्जयमण्डन ऋषभजिनस्तुति । उदयप्रभसूरि.....
गा.२
सकलकर्मखलदलन...
:पद्य
(ये.पृ.२)
वि. १६मी
(९.५४४.५)
(प. पृ.१)
का.८
जिनर्षभ प्रीणित..
पथ
गद्य
श्लोक
श्रीपाच भावतः श्रीवर्धमान परिपूरित
का.93
पद्य
(प.पू. १) (पे.पू. १). (पे.पृ. 92. .१०.२४४.५) (प.पू. १-२...
कागज
का.४
नाभेयाजितवासपूज्य :आनन्दानम्रकम्रत्रिदश
: : पद्य
:श्लोक ४
.........
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