Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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ग्रंथांक
स्थिति
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्षआदिवाक्य
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी-
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटॉक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
कति प्रकार पद्य
का.२४
जय श्रीविलासालयं....
(पे.पृ.२)
१२३६१
जीर्ण
कागज
वि. १०मी
का.४
प्रणतसरनरेन्ट
iiiiiiii
(९.७४४.५) (पे.पू. १). (पे.पू. (पे.पू. १)
श्लोक
आनन्दानम्रकमात्रदश
का.४
का.४
विभुमशिश्रयददभुत. शीतरुचिकिरणा. श्रीमदीरजिनोदित
(4.2.2) .(पे...2
का.१
मारुगजेर
का.१
मनवाञ्छितपरणकल्पतरू
मनिसन्दरसरि
श्लोक
जयश्रीजिनकल्याण
(पे.पू. १). (प.पू. १) (पे.पृ. 92.. (९.२४४)
EEEEEEEEEEEEE
श्लोक ५
आदिनाथ जगन्नाथ.
संपण
कागज
वि.१८मी
का.७
वरसंवरसंवर.. वरमुत्तियहार
(पे.३)
मुनिसुन्दरसूरि महावीरमङगलशब्दार्थवाचकस्तवन महावीरस्तुति आदि (पे.१) महावीरस्तुति (पे.२) शत्रुञ्जयमण्डन ऋषभजिनस्तुति : उदयप्रभसूरि (पे.३) महावीरस्तुति (पे.४) महावीरस्तुति (पे.५) वीरजिनस्तुति (पे.६) पार्श्वनाथस्तुति (पे.७) साधारणजिनस्तव (पे.८) ऋषभजिनस्तोत्र शत्रुञ्जयमण्डन । यमकमयपाश्चनाथस्तव आदि (पे.१) पार्श्वनाथ यमकमय स्तव (पे.२) आदिजिनस्तुति अर्बुदाचलमण्डन (पे.३) पञ्चमीस्तुति (पे.४) वीरजिनस्तुति नन्दीश्वर-पुण्डरीक-गौतम
:श्रेष्ठ सर्वसिद्धसिद्धचक्र-सीमन्धरजिनस्तुति आदि (पे.१) नन्दीश्वर-पुण्डरीक-गौतमसर्वसिद्ध-सिद्धचक्र-सीमन्धरजिनस्तुति (पे.२) नन्दीश्वर-पुण्डरीक-गौतमसर्वसिद्ध-सिद्धचक्र-सीमन्धरजिनस्तुति (पे.३) गौतमस्वामिस्तोत्र
जिनप्रभसरि चतुर्विशतिजिनस्तुति आदि .(पे.) चतुर्विंशतिजिनस्तुति
जनप्रभस (पे.२) जिनस्तुति (पे.३) बागडोदमण्डन चन्द्रप्रभयुगादीशजिनयुगलस्तुति
(प.पू.)
सं.
पञ्चानन्तक
का.४ का.४ का.४ कागज
(प.पू. 9. (पे.पू. १) (प.पू. १) (१०x४.२)
यविघनमनादेव...
पद्य
संपूर्ण
वि.१६मी
:श्लोक ९
: जयर्षभ विभो वध...
पद्य
(पे.पृ. १)
का.८
सुकरसुकरमो मां...
(पे.पृ. १)
श्लोक ९
ॐनमस्त्रिजगन्नेतु..
पद्य
संप
(पे.पू. १) (१०x४.५) (पे..22.
का.x
जिनर्षभ प्रीणित. चैत्यद्रुमः कुसुम धर्म कर्तुमहो महो
(पे.पू. १)
का.४
(पे.प्र.
)
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