Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र परिमाण रचना वर्षआदिवाक्य
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
प. पृ. १-२४७)
गद्य
सिद्धो वर्णसमाम्नायः देवदेवं प्रणम्यादी
(पे. पृ. २४८-२७६)
गद्य
.
..
गद्य
संपूर्ण
कागज
वि. १४९३२७९
(११२)
:(८.७४२.७)
(प. पृ. १-२६०)
:/.9) कातन्त्रव्याकरण दौर्गसिंहवृत्ति सहित टिप्पणी सहित..... कातन्त्रव्याकरण
शर्ववर्मदेव कातन्त्रव्याकरण-दौर्गसिंहीवृत्ति ...... दुर्गसिंह कातन्त्रव्याकरणना दुर्गसिंहीवृत्तिनी टिप्पणी (पे.२) कातंत्रव्याकरण गणपाठ विवरण सहित कातन्त्रव्याकरण नो हिस्सो गणपाठ कातन्त्रव्याकरण नो हिस्सो गणपाठन
विवरण १२८३८ : कातन्त्रव्याकरण दौर्गसिंहीवृत्तिसहित
टिप्पणीसहित आदि (पे.१) कातंत्रव्याकरण दौर्गसिंहीवृत्ति सहित टिप्पणी सहित कातन्त्रव्याकरण कातन्त्रव्याकरण-दौर्गसिंहीवृत्ति दुर्गसिंह कातन्त्रव्याकरणना दुर्गसिंहीवृत्तिनी टिप्पणी (पे.२) कातंत्रव्याकरण गणपाठ विवरण सहित कातन्त्रव्याकरण नो हिस्सो गणपाठ कातन्त्रव्याकरण नो हिस्सो गणपाठ नुं
विवरण १२८३९ कातन्त्रव्याकरण दोगसिंहीवृत्ति
कृवृत्ति टिप्पणीसहित त्रुटक.... कातन्त्रव्याकरण कातन्त्रव्याकरण-दौर्गसिहीवृत्ति दुर्गसिंह कातन्त्रव्याकरणना दुर्गसिंहीवृत्तिनी
:शर्ववर्मदेव
गद्य
सिटो वर्णसमाम्नाया देवदेवं प्रणम्यादी
गद्य
(ये. पृ.२६१-२७९)
4.
त्रुटक
कागज
वि. १५मी
१०१-७६(१ थी ७६)=२५ : (१०)
(८.७४२.७)
:शर्वदमद
सिद्धो वर्णसमाम्नायः देवदेवं प्रणम्यादौ
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