Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रतिलेखन वर्ष पत्र
पूर्णता
प्रत प्रकार
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
भाषा
परिमाण
रचना वर्ष
आदिवाक्य
नमस्कारपूर्वकं अहं नमस्कारपूर्वकं अहं....... वाणियगामे जियसत्तुरा महुरेहिं निउणेहि
गद्य गद्य
(पे.पृ. 94) (पे.पू. 94-9B (पे.प्र. 98) (ये.पू. २०-२०)
अभयदेवसूरि
पण्णवण वेयरागे कप्प
गद्य
(पं.पृ. ३०-४A)
गा.४५
हरि
गा.५२
:कालग्रहणमनधायेन विधे: गद्य अरिहन्ते वन्दित्ता
पद्य नमिऊण जिणं वीरं ठिया: पद्य सुत्तत्थतदुभयविसार. पद्य गुरुः शिष्यं वाम
गद्य राजगृहम्पुरे धनसार्थ गद्य
सुभाषितादिसड़ग्रह (पे.9) सामान्य व्रतोच्चारण विधि (पे.२) श्रावक की ११ प्रतिमा वर्णन.. (पे.३) उत्सर्पिणी अवसर्पिणी प्रमाण (पे.४) ज्ञाताधर्मकथागोपनयसग्रहणी (पे.५) भगवतीसूत्रनी टीकानो हिस्सो मूलाकोद्देशकसङ्ग्रहणी .(पे.६) अनध्याय विधि (मे.19) ओघनिर्युक्त्युद्धार (ये.८) स्थितास्थितकल्प विधि (पे.१) प्रव्रज्याविधि (पे.१०) उत्थापना विधि (मे.११) नन्दिविधि (पे.१२) विविध योगविधिसंग्रह विविधयोगविधिसङ्ग्रह (पे.१३) दृष्टान्तकथासंग्रह विविध विषयक विविधकथासङ्ग्रह (पे.१४) शय्यान्तरपिण्डविचारणा (पे.१५) राजपिण्ड आदि विचार :/पे.१६) औपदेशिक श्लोक
औपदेशिक श्लोकसङ्ग्रह (ये.१७) विविध विषयक औपदेशिक श्लोकसंग्रह
विविध विषयक प्रक्रमसङ्ग्रह १२८३७ कातन्त्रव्याकरण दौर्गसिंहीवृत्तिसहित
टिप्पणीसहित आदि
/पे.पृ. ४०-४B... (पे.पृ. 44-4) (प.प्र. ९०-९B) (प.पू. 994-99AL (प.पू. 994-995/ (पे.पू. 998-१२B (पे. पृ. १२8-१६B
प्रा.सं
सुत्ते अत्थे भोयणे
गद्य
(पे. पृ. 984-१९४)
सागारि उत्ति कोपुण.... गद्य जो मुद्धा अहिसित्तो
गद्य
(प.पू. २०4-२१.. (पे.पू. २१०-२६० (पे. पृ.२९०-३१)
:(पे. पृ.३१७-६५)
श्रेष्ठ
संपर्ण
कागज
वि.१५मी
२७६
पत्र २४७मां खरतरगच्छीय आचार्य श्रीजिनचन्द्रसूरिनुं तथा सरस्वती एम वे अतिसुन्दर चित्रो छे.. (९.२४२.५)

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