Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार
प्रतिलेखन वर्ष पत्र
स्थिति
पूर्णता
प्रत प्रकार
ग्रंथांकपत नाम
(पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
परिमाण
रचना वर्ष
आदिवाक्य
सुधर्मास्वामी
प्रा.
गं. १६६७
१०५३० : समवायाङ्गसूत्र
कागज
वि. १६०७
.४१
(४२)
प्रति उंदरे करडेली छे..(१०.२४४.५)
ग्रं. १६६७
१०५३१ ज्ञाताधर्मकथाङ्गसूत्र
कागज
वि. १७मी
(११०).....प्रति उंदरे करडेली छे..(१०.५४४.५)
१११ तेणं कालेणं तेणं
ग्रं. ५०००
१०५३२ ज्ञाताधर्मकथाङ्गसूत्र..
सुधर्मास्वामी श्रेष्ठ सुधर्मास्वामी मध्यम सुधर्मास्वामी श्रेष्ठ सुधर्मास्वामी
कागज
९०
(९१)...............(१०.२४४.५. ..................
ग्र.५०००
तेणं कालेणं तेणं
१०५३३ : ज्ञाताधर्मकथाङ्गसूत्र
कागज
वि.१७मी
:१५६
: (१६०)
(१०.२४४.५)
.............
ग्रं. ५०००
१०५३४ उपासकदशाडगसत्र
श्रेष्ठ
कागजवि .१६मी
तेणं कालेणं तेणं ३१ तेणं कालेणं तेणं
संपूर्ण प्रा.
(३१)
सुधर्मास्वामी
ग्र.८१२
१०५३५ उपासकदशाङ्गसूत्र
मध्यम
संपूर्ण
कागज
वि. १५९७
(२५)
सुधर्मास्वामी
ग्रं.८१२
तेणं कालेणं तेणं
१०५३६ उपासकदशाङ्गसूत्र
संपूर्ण
श्रेष्ठ सुधर्मास्वामी
कागज ......... वि. १६मी ग्रं.८१२
:२९ तेर्ण कालेणं तेणं
............
ग्रन्थान-९१२...(१०x४.५). पूर्णभद्र कृत 'दशश्रावकचरित्रचूर्णि'मां सप्तमाङ्ग चूर्णि' एम नाम लखेल छे. ग्रन्थान-८५२. प्रति उंदरे करडेली छे.. (१०.२४४.५) पूर्णभद्र कृत 'दशश्रावकचरित्रचूर्णि'मां सप्तमाङ्ग चूर्णि' एम नाम लखेल छे. ग्रन्थान-८५०., (१०.२४४.५)..... पूर्णभद्र कृत 'दशश्रावकचरित्रचूर्णि'मां सप्तमाङ्ग चूर्णि' एम नाम लखेल छे. , (१०.२४४.२) पूर्णभद्र कृत 'दशश्रावकचरित्रचूर्णि'मां सप्तमाङ्ग चूर्णि' एम नाम लखेल छे. ग्रन्थान-८४६. पत्र पमुंडबल छे अने १७मुं नथी., (१०.२४४.५).
१०५३७ उपासकदशाङ्गसूत्र..
(२५)
श्रेष्ठ सुधर्मास्वामी
संपूर्ण :प्रा.
कागजवि . १६मी ग्रं.८१२
२५ तेणं कालेणं तेणं
१०५३८ : उपासकदशागसूत्र टीका
श्रेष्ठ
संपूर्ण
कागज
वि. १६मी
२०
(२०)
अभयदेवसूरि
ग्रं. ९००
श्रीवर्दमानमानम्य
गद्य -
उपासकदशाङ्गसूत्र-वृत्ति :१०५३९/अन्तकदशाङगसत्र
मध्यम
कागज
वि.१६मी
(१०.२४४.७)
ग्र.८९०
तेर्ण कालेणं तेणं
१०५४० अन्तकृदशाङ्गसूत्र
सुधर्मास्वामी श्रेष्ठ सुधर्मास्वामी
कागज
वि. १६मी.
ग्रन्थान-१९०..(१०.५४४.५)
ग्रं.८९०
तेणं कालेणं तेणं
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