Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand

View full book text
Previous | Next

Page 507
________________ (पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार प्रतिलेखन वर्ष पत्र ग्रंथांक स्थिति प्रत प्रकार प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम क्लिन/ओरिजिनल डीवीडी (डीवीडी- झे.पत्र/झे.पत्र) कति प्रकार प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष पूर्णता भाषा संपूर्ण सं. कर्ता परिमाण रचना वर्ष कागज ........... वि. १६मी आदिवाक्य १८ | १०६९९ कीर्तिकौमुदीमहाकाव्य....... जीर्ण (१०.५४४.५) सोमेश्वर भटट पय मध्यम संपूर्ण ... वि. १४८७... १०७०० सूर्यशतक सावचूरि पञ्चपाठ..... सूर्यशतक १८... : (१०.२४४.५) कागज का. १०० ग्रं. मयूर पद्य हेमसमुद्रगणि सूर्यशतक-अवचूरि १०७०१ भावशतक मध्यम कागज ....... वि. १६मी ४ का.१००..(१०.२४४.५)................. नागराज श्रेष्ठ संपूर्ण कागज वि. १६मी बाणभटट श्लोक १०४ श्लोक १४ पद्य १०७०२ चण्डिकाशतक आदि (पे.9) चण्डिकाशतक (पे.२) महेश्वरस्तवन बोधप्रदीपपञ्चाशिका आदि.. (1.9) बोधप्रदीपपञ्चाशिका (पे.२) सद्बोधचन्द्रोदयपञ्चाशिका (ये.३) चित्ताधारपञ्चाशिका १०७०४ : जिनशतकमहाकाव्य सटीक पञ्चपाठ जिनशतकमहाकाव्य पत्र ५९ नथी..(१०.२४४.५). प.पू. १-६) प.पू..१.62.. (१०.५४४.५). (प.पू.१-४).कृ.वि. : काव्य-५१] श्रेष्ठ चूडात्तसितचारुचन्द पद्य योगीन्द्र विमलसूरि श्रेष्ठ कागज ....... वि. १६मी .. का.५० i............ का. ५० का. ५२ कागज का. १०० ग्रं. पद्य (पे.पू. १-४). : (१०.२४४.५) पद्य संपूर्ण वि. १६मी १०.५४४.५) जिनशतकमहाकाव्य-टीका लघुचाणक्यनीतिशास्त्र बालावबोध सहित लघुचाणक्यनीतिशास्त्र लघुचाणक्यनीतिशास्त्र-बालावबोध रत्नाकरावतारिकाप्रमाणनयतत्त्वालोकालङ्कारलघुवृत्ति टिप्पणीसहित प्रमाणनयतत्वालोकालड़काररनाकरावतारिका टीका रनाकरावतारिका-टिप्पणी मारुगुर्जर संपूर्ण मध्यम वि.१६मी ग्रन्थान-५००१. प्रति पाणीथी भींजायेली अने उंदरे करडेली छे.. (१०.२४४.५) रत्नप्रभसूरि :ग्र.५००० 490

Loading...

Page Navigation
1 ... 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558 559 560 561 562 563 564 565 566 567 568 569 570 571 572 573 574 575 576 577 578 579 580 581 582