Book Title: Hastlikhit Granthsuchi Part 1
Author(s): Jambuvijay
Publisher: Stambhan Parshwanath Jain Trith Anand
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ग्रंथांक
स्थिति
पूर्णता
प्रत नाम (पेटा नंबर). पेटा नाम कृति नाम
प्रतविशेष, माप, पंक्ति, अक्षर, प्रतिलेखन स्थल पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष कृति विशेष, पेटांक पृष्ठ, पेटा विशेष
कर्ता
(पाकाहेम) पाटण कागळ प्रतोनो भंडार प्रत प्रकार प्रतिलेखन वर्ष पत्र
क्लिन/ओरिजिनल
डीवीडी (डीवीडी- परिमाण रचना वर्ष आदिवाक्य
झे.पत्र/झे.पत्र)
कृति प्रकार का.४
पद्य कागज वि.१८मी
(६) श्लोक १११
पद्य का .९
कमलोदयमङ्गलकीर्तिक पद्य
म ध्यम
(पे.२) चोरासी आशातना काव्य १२२७१ अर्हन्नामसहस्रसमुच्चय आदि
(2.9) अर्हन्नामसहस्रसमुच्चय (पे.२) गोडीपार्श्वनाथस्तुति
संपूर्ण
(प.पू. १). (९.५४४.२) (प.पू..?.. (पे.पृ. ?)
वि. १८मी
(१०x४.५)
श्लोक 33
श्रीपाश्वः पातु
संपूर्ण
कागज
वि.१७मी
(१०x४...........
१ श्रीपार्श्वः पातु
श्लोक ३३
संपूर्ण
कागज
वि.१७मी
(१०.२४४.५)
गा.२८
महन्ति जे भावजुया..... श्रीनेमिः पञ्चरूप... १
प.पू..... (प.पू.....
संपूर्ण
वि.१७मी
(१०x४.५
कागज का.२४
जय श्रीविलासालयं.... १
संपूर्ण
कागज
वि.१७मी
(१०.२४४.५)
१२२७२ अष्टोत्तरशतनामगर्भित पार्श्वनाथस्तोत्र श्रेष्ठ
पार्श्वनाथस्तोत्र अष्टोत्तरशतनामगर्भित १२२७३. अष्टोत्तरशतनामभित पाश्चनाथस्तोत्र मध्यम
पार्श्वनाथस्तोत्र अष्टोत्तरशतनामगर्भित १२२८२ विविधतीर्थस्तुति
मध्यम तीर्थमालाचतुर्विशतिकास्तुति तथा ज्ञानपञ्चमीस्तुति (2.9) विविधतीर्थस्तुति ..
(पे.२) पञ्चमीस्तुति १२२८५ महावीरमङ्गलशब्दार्थवाचकस्तवन ... मध्यम
मुनिसुन्दरसूरि. १२२८८ हरिशब्दार्थगर्भितजिनस्तवन
मध्यम टिप्पणीसहित तथा गोशब्दार्थकाव्य सटिप्पणी (पे.) हरिशब्दार्थगर्भित जिनस्तवन सह (सं.)टिप्पणी जिनस्तवन हरिशब्दार्थगर्भित
:विशालराज जिनस्तवन हरिशब्दार्थगर्भित-टिप्पणी (ये.२) गोशब्दार्थकाव्य सह (सं.) टिप्पणी गोशब्दार्थकाव्य
गोशब्दार्थकाव्य-टिप्पणी १२२९३ अरिष्टनेमिस्तवन नम अक्षरद्वयमय
सावचूरि पञ्चपाठ
:/पे. पृ.१)
:का. १०
इन्द्रभान
(प.पू. १)
:गोश्रावः किमयं...
: पद्य
वि. १७मी
(१०x४.५)
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