Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh

Previous | Next

Page 437
________________ 402] [पञ्चमं परिशिष्टम् / अङ्ग्य 6,16 अछि 1,639 अचितृ 1,820 अज 1,139 अजगर 5,21 अजर्य 3,2 अजवाह 1,996 अजस्र 3,80 अजा 1,139 अजिन 1,139 उ. अजिर 1,139 उ. ... अञ्चति 1,105 .. अश्चित 1,105 अञ्चितृ 1,890 अञ्जलि 6,16 उ. अनस् 6,16 उ. अजित 6,16 अधिष्टु 6,16 उ. अनिष्णु 6,16 उ. अटन 1,194 अटनि 1,194 उ. अटवि 1,194 उ. अटाटा 1,194 अटाट्या 1,194 अट्ट 1,674 / 9,37 अट्टा 9,37 अट्या 1,194 अड् 1,257 अण 1,259 अणक 1,259 च अणि 1,259 उ. अणु 1,259 उ. अणुशू 3,22 अण्ठितृ 1,681 अण्ड 1,259 उ. अण्डस् 2,49 अतसी 1,279 उ. अति 1,790 अतिचारिन् 1,410 अतितृ 1,279 अतिथि 1,279 उ. अतिथिवेदम् 2,41 अतिदुर्लम्भ 1,786 अतिसुलम्भ 1,786 अतीसार 1,25 अत्क 1,279 उ. अत्ति 1,279 अत्तृ 2,1 अत्रि 2,1 उ. अत्तिन् 2,1 उ. अत्न 1,279 उ. अत्ययिन् 2,17 अत्याय 2,17 अत्यासम् 3,78 अद् 1,257,674 अदस् 2,1 उ. अद्भूत 1,1 उ. अमर 2,1 अद्रि 2,1 उ... अधिजिगमिषितव्य 2,46 अधिप 2,9 अधीत् 2,46 अधीतिन् 2,46 अधीष्टि 3,25 अध्यापक 2,46 अध्याय 2,46 अध्यायक 2,46 अध्येतृ 2,16,46 अध्येमन् 2,46 अध्येय 2,46 अध्येषणा 3,25 अध्ये 2,46 अध्वन् 2,1 उ. अध्वर 1,23 / अनदिन 1,303 अनस् 2,31 उ. अनाश्वस् 8,51 अनितृ 3,121 अनिमिष 5,106 अनीक 2,31 उ. अनुगादिन 1,297 अनुज 3,122 अनुध 1,998 अनुप्रपातम् 1,962 अनुप्रपादम् 3,114 अनुप्रवेशम् 5,101 अनुभव 1,1 . अनुयाज 1,991 अनुराध 5,19 अनुरोट्ट 3,118 अनुरोधिन् 3,118 / 6,1 अनुलेपिका 5,10 . अनुवाक 2,38

Loading...

Page Navigation
1 ... 435 436 437 438 439 440 441 442 443 444 445 446 447 448 449 450 451 452 453 454 455 456 457 458 459 460 461 462 463 464 465 466 467 468 469 470 471 472 473 474 475 476 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532