Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh
________________ शब्दसूचिः [405 आकाश 1,830 आकृत 5,149 . आक्रन्द 1.316, 1007, . 9,174 अब्याथ्य 1,1002 अशन 8,51 अशनि 4,29 उ. अशितृ 4,29 / 8,51 अशोक 1,14 उ. अश्रि 1,883 उ. / ४,२९उ. 8,51 उ. अश्व 4,29 उ. . अश्वक्रीती 8,1 . अश्वमेध 1,909 . . . अश्वयुज् 3111 . . . अश्वसंख्य 2,13 अश्वस्यद 1,956 ... अषितृ 1,931 अष्टका 4,29 उ.1८,५१. उ. अष्टन् 429 उ. अष्टावक 1,106 : अष्ट्र. 1,570 / 4,29 असि 3,78 उ. . * असितृ 1,932 / 3.78 असु 3,78 उ. असुर 3,78 उ. . असुरि 3,78 उ.. असूर्यपश्या 1,495 अस्थि 3,78 उ. अस्थिहर. 1,885, अहन् 2,73 उ. अहि 1,858 उ. आकर्ष 1,506 आक्रन्दन 1,2007 - आक्रीडिन् 1243 . आक्रोश 1,986 आक्रोशक 1,986 : आक्रोष्ट 1,986 . आख 1,913 आखन 1.913 ... आखनिक 1,913 आखनिकवक 1,913 / आखर 1,913 आखान 1,913 आखु 1,913 उ... आखूत्थ 1.5 - आखेटकः 1,178 आखेटना 9296 : आख्य 2,64. . आख्यातृ 2,13 . आख्येयः 2,64 . आगन्तु 1,396 उ.. आगम. 1,396 आगस् 2,17 उ. आगामिन् 1,396 उ. आगूरणा 9,272 आघातुक 2,42 आघोषणा 9,189 आघ्रा 1,3 . आचर्य 1,410 . आचाम 1,380 आचामक 1,380 आचाम्य 1,380 आचार्य 1,410 आचिकीर्षणि 1,888 उ. आच्छोटन 9,30 आजि 1,139 / आज्य 6,16 आडम्बर 9,107 [उ.] आढ्य 1,30, 627 उ. आढयंभविष्णु 1,1 आढ्यंभावुक 1,1 आणि 1,259 उ. आणुक 1,259 उ. आणूक 1,259 उ. आण्ड 1,259 उ. . आण्डू 1,259 उ... आतङ्क 1,52 . आति 1,279 उ.". आत्त 2,80 आत्मभरि 1,886 / 2,82 आत्मन् 1,279 उ. आदर 5,152 आदरिन् 5,152 आदर्तृ 5,152 आदायचर 1,410 आदि 2,80. आदिषद् 1,966 आदृत्य 5,152 आदेवक 1,81743,1 आदेशम् 5,4 आकाय 45
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