Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh
________________ पश्चमं परिशिष्टम् सेध 1,321 सेधितृ 1,321 सेना 4,2 उ. सेनाचर 1,410 सेरु 4,2 सेलितृ 5,90 सेवन 1,818 / 3,21 सेवा 1,819 सेवितृ 1,818 / 3,21 सोढ 1,990 सोतृ 1,17 / 2,20,49 / 3,99 / 4,1 सोम 4,1 उ. सोमविक्रायिन् 8,1 सोमसुत् 4,1 सोरितृ 5,83 सोहित 3,31 स्कन्तु 1,319 स्कन्द 1,319 स्कन्ध 1,319 उ. स्कन्धस् 1,319 उ. स्कम्भितृ 1,780 स्कुन्दित 1,740 स्कोतृ 8,7 स्खदितृ 1,1005 स्खदा 1,1005 स्खल 1,448 स्खलन 1,448 स्खलित 1,448 स्तन 1,323 स्तनयित्नु 9,319 उ. स्तनितृ 1,323 . स्तबक 2,66 उ. स्तम 1,390 स्तमितृ 1,390 स्तम्बकरि 1,888 स्तम्बघन 2,42 स्तम्बघ्न 2,42 स्तम्बरम 1,989 . स्तम्भ 1,779 स्तम्भित 1,779 स्तर 8,14 स्तरितृ 8,14 स्तरी 8,14 उ. स्तरीतृ 8,14 स्तरीमन् 8,14 स्तई 5,110 स्तर्तृ 47 स्तर्हित 5,110 स्तव 2,66 (उ.) स्तीमितृ 3,20 स्तुति 2,66 स्तुत्य 2,66 स्तूप 2,66 उ. / 3,54 स्तृपितृ 3,54 स्तूंहितृ 5,111 स्तृक्षितृ 1,572 स्तृण्ड 5,111 स्तेधित 4,28 स्तेन 1,40 उ. / 9,321 स्तेपितृ 1,751,752 स्तमितृ 3,19 स्तोक 1,65812,66 / / स्तोतृ 2,66 स्तोत्र 2,66 स्तोभ 1,781 / 2,66 स्तोम 2,66 उ. / 9,331 स्त्यात 1,40 स्त्री 1,40 उ. स्त्र्यनुज 3,122 स्त्र्याख्य 2,13 स्थण्डिलशायिन् 2,47 / स्थल 1,5 उ. 976 . स्थला 1,976 स्थलित 1,976 स्थली 1,976 . स्थ व 1,5 उ. . स्थविर १,५.उ. स्थाणु 1,5 उ. स्थायिन् 1,5 .. स्थायुक 15 स्थाल 1,5 उ. 976 स्थाली 1,5,976 स्थावर 1,5 स्थास्नु 1,5 स्थिर 1,5 उ. स्तुडितृ 5,136 स्थुल 5,136 (उ.) स्थूणा 1,5 उ. स्थूर 1,5 उ. .. स्थूरवाकु 2,38 उ. स्थूल 9,371. स्थूलपृषती 1,526 उ.
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