Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh
________________ शब्दधिः / [ 465 सुयोवन् 2,22 सुयौ 2,22 सुर 4,15,83 सुरा 4,15,83 सुरापाण 1,2 सुरापी 1,2 . सुलभ 1,786 सुलाम 1,786 सुवमन् 1,791 सुवर्चला 1,653 उ. सुवर्चिका 1,653 सुवा 1,992 . . सुवामन् 1,992 सुवावन् 1,992 सुम्मन् 1,791 सुशव 1,459 सुशवी 1,459 सुशासन 2,37 सुशोच् 1,403 सुशोच्मन् 1,403 सुशोच्वन् 1,403 सुषन्धि 2,81 सुंधति 2,49. सुषेध 1,321 सुष्ठे 1,463 , सुह 1,397 सुहर् 1,398 .. . सुहर्मन् 1,398 सुहर्वन् 1,398 सू 2,49 सूकरनिचय 4,5 सूक्ष्म 9,288 उ... सूच 3,21 उ. / 9,288 सूचक 9,288 सनि 9,288 [उ.] सूची 3,21 उ. / 9,288 सढि 1,397 सूत् 1,992 सूत 2,20 उ. 49 / 4,1 उ. सूतक 2,49 मृतका 2,49 सूति 2,49 सूतिका 2,49 सूत्त 2,80 सूत्या 2,49 सूत्र 3,21 उ.।९,२८८ उ. 333 सूत्रकार 9,333 सूत्रग्रह 8,10 सूत्रग्राह 8,10 सूत्रधार 1,887 सूत्वन् 1,992 सूद 1,736 / 9,173 सूदन 1,736 सूदित 1,736 च सूदी 1,736 सन् 1,794 सूना 4,1 उ. सूनु 2,49 उ. सूप 2,20 उ. / 4,1 उ. सूर 2,49 उ. सूरत 1,989 उ. सूरथ 1,989 उ. सूर्क 1,400 सूक्षित 1,579 सूम॑न् 1,579 सूर्षियतृ 1,400 सूर्य 1,25 सूष 1,503 (उ.) सूषित 1,503 सृषी 1,503 सृगाल 1,25 उ. सृणि 1,25 उ. सृणीका 1,29 उ. मृत्वर 1,25 सृत्वरी 1,25 (उ.) सृष्य 1,341 सृपा 1,341 उ. सृमर 1,25 सृष्टि 3,112 से कितृ 1,635 सेक्तृ 57 सेक्त्र 5,7 सेतु 4,2 उ. सेतृ 4,218,2 सेत्र 4,2 सेङ्घ 1,320,321 / 3,42 सुष्ठ्योवन 1,463 सुसूधर्मन् 1,400,579 सुम्रवन् 1,500
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