Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh
________________ 488] [ नवमं परिशिष्टम् कस्मिन् ग्रन्थे पति कस्य मतः 341 अन्ये 341 341 343 343 343 15 क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 315) ___ , ( , 311) अन्ये 343 अपरे 343 ग एके क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 321) दुर्गादासः (कविक. पृ. 179) दुर्गः (क्षी. त. पृ. 318). क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 320 ) अन्ये 346 एके दुर्गादासः (श. क. पृ. 508) 347 347 दौर्गाः (क्षी. त. पृ. 315) अन्ये अपरे एके 347 केचित्तु 347 347 अन्ये 349 केचित्तु क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 320) [कैयट (मा. धा. वृ. प्र. 573)] 350 क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 307)
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