Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh
________________ 476 ] नवमं परिशिष्टम् कस्य मतः पृ. 58. पं. 22 कस्मिन् ग्रन्थः . - . एके', क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 84) कैश्चित् क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 86) अन्यः एके 1 . अन्ये . : केचित् क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 99) __ मैत्रेयः (मा. धा. पृ. 174) क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 95) 1714 क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 93) क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 93) : क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 93) ये तु एके केचित् अन्ये क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 27) / क्षीरस्वामी (क्षो. त. पृ. 30). अन्ये एके घोपदेवः ( कविक. पृ. 73) _ दुर्गः (क्षी. त. पृ. 36) 83. 14 क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 47) . अन्ये .. एके येषाम् अन्ये अन्ये क्षीरस्वामी (क्षी. त. पृ. 15)
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