Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh

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Page 495
________________ [ पञ्चमं परिशिष्टम् शिष 1,508 शिष्टि 2,37 शिष्य 2,37 शीकन 1,611 शीकर 1,611 उ. शीका 1,611 शीकितृ 1,611 शीत 1,606 / 2,47 उ. . शीतल 2,47 उ. शीधु 2,47 उ. शीधुपी 1,2 शीन 1,606 / 2,47 उ. शीभर 1,770 उ. शीभा 1,772 शीभितृ 1,770 शीणि 8,24 च, उ. शीवि 8,24 उ.. शीर्षघातिन् 2,42 शील 1,421 / 2,47 उ.। 9,347 शुक 1,14 उ. 53 शुक्ति 1,403 च शुक्ल 1,53 उ. शुङ्ग 3,87 उ. शुष 1,99 शुचि 1,99 उ. शुच्यितृ 1,403 शुण्ठ 9,53 शुण्ठि 1,226 उ. शुण्ठी 1,226 / 9,53 शुन 5,60 शुनक 5,60 [उ.] शुनिन्धय 1,28 शुनिन्धयी 1,28 शुन्धित 9,401 शुभ 1,947 / 5,73 शुभ्र 1,947 उ. / 5,73 उ. शुम्भा 1,377 शुम्भितृ 5,74 शुल्ब 9,106 शुल्व 1,984 उ. शुश्रुवस् 4,11 शुषि 3,65 उ. शुषिर 3,65 उ. शुष्क 3,65 (उ.) शुष्कपेषम् 6,21 शुष्कवत् 3,65 शुष्म 3,65 उ. शुष्मन् 3,65 उ. शूति 1,997 शूद्र 1,967 उ. शूर 1,14 उ. / 3,130 / 9,368 शरितृ 3,130 शूर्प 8,24 उ. 9,105 शूल 1,424 शूलित 1,424 शूषा 1,503 शृङ्खलतोदिन 5,1 शृङ्खला 8,24 उ. शृङ्ग 8,24 उ. शृङ्गाट 8,24 उ. शृत 1,46,1013 / / 2,7 च शृधू 1,958 उ. शेखर 1,60 उ.। 2,47 उ. शेतृ 4,3 शेप 2,47 उ. शेपस् 2,47 उ. शेपाल 2,47 उ. शेफ 2,47 उ. शेफस् 2,47 उ. शेय 2,47 शेलितृ 5,89 शेलु 5,89 उ. शेव 2,47 उ. शेवल 2,47 उ. शेवा 2,47 उ. शेवाल 2,47 उ. शेष 1,508 च 6,20 (उ.) शेषितृ 1,508 शेष्ट्र 1,508 / 6,20 शैलूष 1,421 उ. शैवल 2,47 उ. शैवाल 2,47 उ. शोक 1,99 शोकापनुद 5,56 शोचन 1,99 शोचितृ 3,138 शोचिस् 1,99 उ. शोच्य 1,99 शोण 1,274 च. शोणा 1,274

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