Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh
________________ शब्दसूचिः [ 445 मदग्य 5,38 मन्या. 3,120 (उ.) / मद्य 3,93 मन्यु 3,120 उ. .. मद्र 1,723 उ. मभ्रत 1,409 . मधु 3,120 उ. मय 1,793 / 4,4 / ८,५(उ.)। मधुपर्क 6,10 मयितृ 1,793 मध्य 1,30 (उ.) मयु. 4,4 उ.. . . मनस् 3,120 उ. .. मयूर 2,27 / 8,5 उ... मनि 3,120 उ... मयूरव्यंसक 9,351 मनितृ 79 . . मरक 5,19 उ. मनु 3,120 उ. मरमर 5,19 उ. मनुस् 3,120 उ. मरिच 5,19 उ. मनोहर 1,885 मरितृ 8,23 / मन्तु 3,120. उ.. मरीचि 5,19 उ. मन्तृ 3,120 (उ.) मरीतृ 8,23 मन्त्र 9,274 (उ.) मरु 5,19 उ. मन्त्रि 9,274 उ... मरुत् 5,19 उ. / 8,23 उ. | मन्त्रिन 9,274 मरूक 5,19 उ. मन्थ 1,292 / 8,40 मर्जिता 9,388 मन्थान 8,40 उ. मजित 9,21 / मन्थितृ 8,40 मर्डित . 5,44 / 8,38 मन्द 1,723 / 3,120 उ. मर्णितृ 5,48 मन्दर 1,723 उ. मत 5,19 उ. . मन्दा 1,723 मर्तृ 5,19 मन्दाक 1,723 [उ.] मर्त्य 5,19 च उ. मन्दाकिनी 1,723 मर्दल 8,43 उ. मन्दार 1,723 उ. मर्दितृ 8,43 मन्दितृ 1,723 मर्धित 1,911 मन्दिर 1,723 उ.. मर्मन् 5,19 उ. मन्दुरज 3,122 मर्मर 5,19 उ. मन्दुरा 1,723 उ.. मर्मरीक 5,19 उ. मन्द्र 1,723 उ... ... | मर्माविध् 3,14 मर्वित 1,456, 457 मर्षण 3,141 मर्षित 1,528 / 3,141 मष्ट 5,102 . मल 1,810 / 2,39 उ. मलयहि 8,10 मलय 1,810 उ. मलितृ 1,810 मलिम्लुच 1,114 मल्ल 1,811 मल्लक 1,811 च उ. मल्लिका 1,811 च उ. मल्लित 1,811 मल्ली 1,811 मवितृ 1,601 मन्या 1,399 मशक 1,492 उ. मशितृ 1,492 मषित 1,512 मसि 3,86 उ. मस्कितृ 1,631 मस्त 3,86 उ. मस्तक 3,86 (उ.) मस्तु 3,86 उ. . मह 1,565 / 9,359 . महत् 1,565 उ., 874 उ.। . 9,329 उ. महयाय्य 9,357 महस् 1,565 उ.. महारजन 1,896 उ. महि 9,359 [उ.]
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