Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh
________________ शब्दसूचिः .. [409 उपस्कारम् 5,20 उलप 1,807 उ.. ऊर्जस्विन् 9,15 उपस्कीर्ण 5,20 उलूक 1,612 उ.. ऊर्जा 9,15 उपस्थानीय | 1,5 उल्का 1,960 उ. ऊर्णा 2,65 उ. उपहव, 1,994 उल्मुक 1,960 उ. ऊर्दी 1,732 उपहर , 1,994 उ. उल्लाघ 1,643 ऊर्ध्वपूरम् 3,125 उपात्त 2,80 उल्लाघवत् 1,643 ऊर्ध्वशय . 2,47 उपाध्याय 2,46 उल्व 1,919 उ. ऊर्ध्वशोषम् 3,65 . उपाध्याया 2,46 उल्वण 1,261 (उ.) ऊर्मि 2,77 उ. उपाध्यायी 2,46 उशनश् 2,43 उ. ऊर्वारु 1,470 उ. उपानह् 3,142 उशिज् 2,43 उ. अवितृ 1,470 उपावृत् 1,955 उशीर 2,43 उ. ऊष 1,504 उपासना 2,61 उषस् 1,529 उ. 999 उ. ऊषण 1,504 उपास्ति 2,61 . उष्ट्र 1,529 उ. ऊषर 1,504 च उपेय 3,109 ऊष्मन् 1,504 (उ.) उपेयिवस् 2,17 . उष्णिह 3,98 ऊह 1,870 उप्ति 1,995 उष्णिहा 3,98 ऊहा 1,870 उप्तिम 1,995 उम्र 1,999 उ. उब्जित 5,34 उभ 5,71 . उभयतः स्पाशा 1,926 ऋक्ष 5,104 (उ.) ऊ 1,489 उभितृ 5,71 ऋच् 5,26 ऊचिवस् 2,67 उमा 1,489 उ. ऋच्छितृ 5,28. उम्मितृ 5,72 ऊति 1,489, 992 ऋजीक 1,664 उ, उर् 1,470 ऊन 1,489 उ.।९, 322 ऋजीष 1,664 उ. उरग 1,396 ऊनित 9 / 322 ऋजु 1,142 उ. उरण 1,26 उ. ऊम 1,489 उ.. ऋज्य 1,664 उरछद 9,88 ऊयित 1,800 ऋभितृ 1,665 उरस् 2,77 उ. ऊरु 2,69 उ. . ऋण 1,26 उ. उरु 2,65 उ. ऊ 9,15 ऋति 7,5 (उ.) * उरुव्यचस् 5,118 [उ.] / ऊर्जस्वल 9,15 / ऋतीयित 1,287
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