Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh
________________ शब्दसूचिः [ 423 छिदुरा 66 छिद्र 6,6 उ. / 9,340 छिन्नरुह 1,988 छुटितृ 5,122 छुर 5,145 छुरिका 5,145 छुरितृ 5,145 कृण्ण 9,400 छेदित 9 / 316 छोटिका 5,122 / 9,30 छोप्तृ 5,61 जक्षित 2,33 जगत् 1,396 च उ. जग्धि 2,1 जघन 2,42 उ. जघन्वस् 2,42 जनिबस् 2,42 जवा 3,122 उ. जञ्जपूक 1,338 जट 1,181 च जटा 1,181 / 3,122 उ. जटायु 2,17 उ. जटाल 1,181 जटिल 1,181 (उ.) जठर 3,122 उ. जड 1,973 जतु 3,122 उ. जत्रु 3,122 उ. जन 3,122 जनक 3,122 उ. जननी 3,122 जनयित्नु 3,122 उ. जनार्दन 1,301 जनि 3,122 उ. जनितृ 3,122 जनुस् 3,122 उ. जन्तु 3,122 उ. नन्मन् 3,122 उ. जन्य 3,122 च, उ. जन्यु 3,122 उ. जप 1,338 जपितृ 1,338 जप्य 1,338 जभ्य 1,379 जम्बू 3,122 उ. जम्भ 1,379 (उ.) जम्भक 1,379 जम्भन 1,782 अम्भित 1,379,783 जयन्त 1,8 उ. जयिन् 1,8 जय्य 1,8 जर 3,2 जरत् 3,2 जरती 3,2 जरन्त 3,2 उ. जरा 3,218,29 जरायु 2,17 उ. जरितृ 3,2 / 8,29 जरीतृ 3,2 / 8,29 जर्चित 5,23 जर्जर 3,215,40 उ. जर्जरी 3,2 उ. जर्मित 3,39 जर्तृ 1,9 नल 1,973 जलंधर 1,602 जलासह 1,990 जल्प 1,337 जल्पाक 1,337 जल्पाकी 1,337 अत्र 1,596 जवन 1,596 अषितृ 1,509 जसित 3,80 जागरा 2,35 जागरित 2,5 जागरूक 2,35 जागर्या 2,35 जागृवि 2,35 उ. जाण 3,122 उ. जाति 3,122 जातृ 1,43 जानु 3,122 उ. जाप्य 1,338 जाया 3,122 उ जायान्न 2,42 जायु 1,8 उ.
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