Book Title: Dhatuparayanam
Author(s): Munichandrasuri
Publisher: Shahibag Girdharnagar Jain S M Sangh

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Page 443
________________ 408] पञ्चमं परिशिष्टम् उत्क्रोश 1,986 उत्क्रोशक 1,986 उत्तंस 1,538 उत्तरपरिग्राह 8,10 उत्तानशय 2,47 उत्पचिष्णु 1,892 उत्पतिष्णु 1,962 उत्पलमालभारिन् 1,886 उत्पश्य 1,495 उत्पात 1,962 उत्पिब 1,2.. उत्प्रेक्ष्य 1,882 - उत्फुल्ल 1,414 उत्स 6,19 उ. उत्सङ्ग 1,173 .. उत्साहिन् 1,990 उदेजय 1,659 , उद्गातृ 1,37 उ. उद्गार 5,21 उदगीथ 1,37 उग्राह 8,10 उद्घ 2,42 उघडक 1,668 उद्घाटन 1,1000 चा९,१६९ उद्दास 1,933 उदासिन् 1,933 उद्राव 1,13 उद्रेक 1,314 उधम 1,4 उद्धय 1,28 उद्ध्य 5,41 उभास 1,846 उद्भासिन् 1,846 उद्याव 2,22 उद्र 6,19 उ.. उद्रिक्त 1,664 उद्वर्ह 5,107 उद्विजितृ 5,154 / 6,17 उन्दितृ 6,19 उन्दुर 6,19 उ.. उन्नय 1,884 उन्नामितृ 1,1000 उन्नाय 1,884 उन्नेत 1884 उ. उन्मदिष्णु 3,93 उन्मादिन् 3,93 उन्मुह 3,95 उन्मेष 5,106 उपक्रन्तृ 1,385 उपक्रम 1,385 उपगीति 1,37 उपघातम् 2,42 उपचाथ्य 45 उपचेय 4,5 उपजाप 1,338 उपज्ञा 8,33 उपदंश 1,496 उपदा 2,80 उपदाय 3,101 उपधा 2,81 उपनिषद् 1,966 उपपादुक 3,114 उपयम 1,386 उपयाम, 1,386 उपराधिन् 4,19 उपरोधम् 6,1 उपरोधिन् 6,1 उपलधातम् 2,42 उपलब्धि 1,786 उपलभा 1,786 उपलम्भ 1,786 उपलम्भम् 1,786 उपलम्भ्य 1,786 उपशाय 2,47 उपसदू 1,966 उपसर 1,25 उपसर्या 1,25 उपसार्या 1,25 उदक 6,19 उ. उदकस्पर्श. 5,98 उदक्त 1,105 उदङ्क 1,105 . उदज 1,139 उदश्चन 1,105 उदभ्रन्ज 5,2 उदमज्ज 5,38 उदर 6,19 उ. उदरंभरि 1,886 / 2,82 उदरपूरम् 3,125 उदवाह 1,996 उदाज 1,139 उदिति 1,998

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